दिल्ली नगर निगम के चुनावों की पार्टी द्वारा नेताओं की लिस्ट जारी होते रुठने मनाने और भड़क जाने का दौर शुरू हो गया. दिल्ली में आज ऐसा ही कुछ नजारा देखने को मिला.
दिल्ली नगर निगम के चुनावों की पार्टी द्वारा नेताओं की लिस्ट जारी होते रुठने मनाने और भड़क जाने का दौर शुरू हो गया. दिल्ली में आज ऐसा ही कुछ नजारा देखने को मिला. AAP के पूर्व पार्षद हसीब-उल-हसन शास्त्री पार्क मेट्रो स्टेशन के पास एक ट्रांसमिशन टावर पर चढ़ गए, जो कथित तौर पर आगामी एमसीडी चुनाव के लिए टिकट नहीं दिए जाने से नाखुश थे. बड़ी मुश्किलों के बाद वह नीचे उतरे, नीचे उतरने के बाद उन्होंने बताया कि आम आदमी पार्टी ने उनके पेपर अपने पास रख लिए थे.
उन्होंने कहा कि ये आपकी जीत है अब मैं कल नामांकन भरूंगा. अगर आप लोग नहीं आते तो AAP के नेता संजय सिंह, दुर्गेश पाठक, आतिशी मेरे पेपर कभी वापस नहीं करते. उन्होंने कहा कि पार्टी मीडिया से डर गई. मेरे पेपर साजिश के तहत रखे गए थे. AAP के पूर्व पार्षद हसीब-उल-हसन ने आरोप लगाया कि संजय सिंह,दुर्गेश पाठक,आतिशी तीनों भ्रष्ट है उन्होंने ही टिकट 2-3 करोड़ रुपए में बेचे हैं.
ऐसा ही स्थिति बीजेपी की तरफ भी देखने को मिला, हालांकि इधर कोई टावर नहीं चढ़ा लेकिन टिकट नहीं मिलने से नाराज पूर्व पार्षद ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ बगावती बिगुल बजा दिया. वार्ड नंबर 88 बलजीत नगर से पूर्व निगम पार्षद श्याम वाला छिल्लर ने आज अपने समर्थकों के साथ निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया. समर्थकों का कहना की हमारे साथ धोखा हुआ है. लिस्ट जारी होने के बाद भाजपा के कई मंडल कार्यकर्ता में कई लोगों ने भी अपने इस्तीफे का ऐलान किया है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दिल्ली नगर निगम में चार दिसंबर को चुनाव होने हैं. BJP नगर निकायों का एकीकरण किए जाने तक दिल्ली में तीन नगर निगमों में 15 साल तक सत्तारूढ़ रही.साल 2017 के पिछले चुनाव में, दिल्ली भाजपा ने आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस को हराकर 272 वार्डों में से 181 में जीत हासिल की थी. आप केवल 48 वार्ड और कांग्रेस 30 वार्ड जीतने में सफल रही थी. भाजपा शासित केंद्र ने इस साल तीनों निगमों को मिलाकर एमसीडी बना दिया और वार्डों की संख्या घटाकर 250 कर दी गई.