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एयर इंडिया के तहत आएंगी टाटा ग्रुप की सभी एयरलाइन्स, अगले हफ्ते होगी घोषणा!

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चर्चा है कि टाटा संस ने अपनी सभी एयरलाइन्स – विस्तारा, एयरएशिया इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस को एयर इंडिया के बैनर तले लाने की योजना पर काम शुरू कर चुका है. एक सप्ताह के भीतर कंपनी की तरफ से घोषणा किए जाने की उम्मीद है.

नई दिल्ली. खबर है कि टाटा संस ने अपनी सभी एयरलाइन्स – विस्तारा, एयरएशिया इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस को एयर इंडिया के एक फंडे तले लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इस कदम के बारे में एक सप्ताह के भीतर कंपनी की तरफ से घोषणा किए जाने की उम्मीद है. इस विलय के बाद एयर इंडिया के तहत टाटा संस के पास एक कम लागत वाली कैरियर और एक फुल-सर्विस वाली एयरलाइन होगी. कहा जा रहा है कि इन्हें पूरी तरह एक बैनर तले लाने में 1 साल से अधिक का समय लग सकता है.

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इकॉनमिक्स टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सिंगापुर एयरलाइंस (SIA) के साथ कई दौर की चर्चा के बाद प्रक्रिया शुरू की गई थी. इसमें इस तथ्य भी जोड़ा गया कि एग्जीक्यूशन के बाद, यदि सब कुछ योजना के अनुसार होता है, तो एयर इंडिया बाजार हिस्सेदारी और बेड़े के मामले में देश की दूसरी सबसे बड़ी एयरलाइन बन सकती है.

हटाया जा सकता है विस्तारा ब्रांड
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि विस्तारा ब्रांड को हटाया जा सकता है. सिंगापुर एयरलाइंस के एयर इंडिया में अल्पांश शेयरधारक होने की उम्मीद है. पहले के बोर्ड के कुछ सदस्यों के एयर इंडिया के बोर्ड में शामिल होने की उम्मीद है.

कंपनी द्वारा हिस्सेदारी खरीदने के बाद टाटा संस ने पहले एयर इंडिया एक्सप्रेस और एयरएशिया इंडिया का कंसोलिडेशन प्रोसेस पूरा किया था. अंतिम उपलब्ध जानकारी के अनुसार विस्तारा में टाटा संस की 51 प्रतिशत हिस्सेदारी थी.

हाल ही में, एयरएशिया एविएशन ग्रुप लिमिटेड (जिसे पहले एयरएशिया इन्वेस्टमेंट लिमिटेड (AAAGL) के नाम से जाना जाता था) ने कहा कि उसने एयरएशिया इंडिया (AAI) में शेष 16.33 प्रतिशत हिस्सेदारी एयर इंडिया लिमिटेड को बेच दी है.

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ट्रांजेक्शन पूरा होने के बाद क्या होगा?
एयरएशिया एविएशन ग्रुप ने कहा, “ट्रांजेक्शन पूरा होने के बाद, AAAGL का AAI में कोई इक्विटी इन्ट्रेस्ट नहीं होगा, और AirAsia Berhad और AAI के बीच ब्रांड लाइसेंस और तकनीकी सेवाओं के समझौते को पार्टियों के बीच शेयरधारकों के समझौते की समाप्ति की तारीख से 12 महीने के बाद या उससे पहले समाप्त कर दिया जाएगा, यदि एएआई द्वारा सूचित किया जाता है.”

टाटा ने जनवरी में एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस का अधिग्रहण किया. अक्टूबर 2021 में, टाटा घाटे में चल रही एयर इंडिया के लिए विजेता बोलीदाता के रूप में उभरा. इसने 18,000 करोड़ रुपये की बोली की पेशकश की, जिसमें 2,700 करोड़ रुपये का नकद भुगतान और वाहक का 15,300 करोड़ रुपये का कर्ज शामिल है.

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