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Nagaland Hornbill Festival 2022: हॉर्नबिल फेस्टिवल के लिए IRCTC लाया है खास टूर पैकेज, जानिये डिटेल

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Nagaland Hornbill Festival 2022: अगर आप नागालैंड के प्रसिद्ध हॉर्नबिल फेस्टिवल को देखना चाहते हैं, तो IRCTC आपके लिए एक शानदार टूर पैकेज लाया है. जिसके जरिए आप इस महोत्सव को देखने के लिए जा सकते हैं.

Nagaland Hornbill Festival 2022: अगर आप नागालैंड के प्रसिद्ध हॉर्नबिल फेस्टिवल को देखना चाहते हैं, तो IRCTC आपके लिए एक शानदार टूर पैकेज लाया है. जिसके जरिए आप इस महोत्सव को देखने के लिए जा सकते हैं. IRCTC के इस टूर पैकेज के जरिए आप मणिपुर और नागालैंड घूम सकते हैं. यह टूर पैकेज 7 दिवसीय है. इसके जरिए आप विश्व प्रसिद्ध हॉर्नबिल उत्सव में हिस्सा ले सकते हैं. इस टूर पैकेज के जरिए यात्री पूर्वोत्तर भारत की सुंदरता का अनुभव कर सकते हैं और वहां घूम सकते हैं. वैसे भी दिसंबर में पूर्वोत्तर राज्यों का मुख्य आकर्षण हॉर्नबिल उत्सव है. जिसे देखने के लिए देश के कोने-कोने से सैलानी आते हैं.

IRCTC के इस टूर पैकेज की बुकिंग और इसके बारे में ज्यादा जानकारी यात्री रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट के जरिए ले सकते हैं. IRCTC के अन्य टूर पैकेजों की तरह यह भी एक बजट टूर पैकेज है और इसमें भी रहने और खाने की सुविधा सैलानियों को मिलेगी. यह टूर पैकेज 6 रात और 7 दिन का है. जिसकी यात्रा दिल्ली से शुरू होगी. इस टूर पैकेज में यात्रा फ्लाइट मोड के जरिए होगी. पैकेज में फ्लाइट टिकट, होटल के कमरे, नाश्ता, यात्रा बीमा, रात का खाना और दर्शनीय स्थलों की यात्रा शामिल है. इस टूर पैकेज में यात्रियों की सीटें पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर आरक्षित होंगी. इस टूर पैकेज की यात्रा के जरिए सैलानी नागा संस्कृति को करीब से देख सकते हैं और समझ सकते हैं. इस टूर पैकेज के सिंगल ऑक्यूपेंसी की कीमत 78,826 रुपये और डबल ऑक्यूपेंसी की कीमत 55,630 रुपये है.

क्या है नागालैंड का हॉर्नबिल उत्सव?

नागालैंड का हॉर्नबिल फेस्टिवल 1 दिसंबर से शुरू होने वाला है. यह जनजातीय उत्सव 10 दिनों तक मनाया जाएगा. इस फेस्टिवल ने अपने खास आयोजन के कारण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई है. नागालैंड में 16 जनजातियां हैं. जिस वजह से हॉर्नबिल महोत्सव राज्य पर्यटन और कला और संस्कृति विभागों द्वारा विविध जनजातियों को एक साथ रखने के प्रयास के रूप में शुरू किया गया था. जिसमें पारंपरिक संगीत और नृत्य और कला गतिविधियां शामिल हैं. यह उत्सव 2000 से मनाया जा रहा है.

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