Rajasthan police beaten up again: राजस्थान के भरतपुर जिले के खोह थाना इलाके में बच्चों के झगड़े के बाद मचे बवाल को शांत कराने गई पुलिस को भीड़ ने घेरकर पीटा. आक्रोशित भीड़ ने एक पुलिसकर्मी से उसका हथियार भी छीन लिया. बाद में मौके पर पहुंचे भारी पुलिस बल ने हालात को संभाला.
Rajasthan police beaten up again: राजस्थान के भरतपुर जिले के खोह थाना इलाके में बच्चों के झगड़े के बाद मचे बवाल को शांत कराने गई पुलिस को भीड़ ने घेरकर पीटा. आक्रोशित भीड़ ने एक पुलिसकर्मी से उसका हथियार भी छीन लिया. बाद में मौके पर पहुंचे भारी पुलिस बल ने हालात को संभाला.
भरतपुर. राजस्थान पुलिस (Rajasthan Police) की एक बार फिर पिटाई हो गई. इस बार पुलिस की पिटाई (Police beating) पूर्वी राजस्थान में स्थित भरतपुर जिले में हुई है. यहां मारपीट के एक मामले में बीचबचाव करने गए पुलिसकर्मियों को भीड़ ने जोरदार तरीके से पीट डाला. बाद में उनके हथियार भी छीन लिए. पुलिस की पिटाई की सूचना पर बाद में भारी पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचा और अपने साथियों को छुड़वाया. मारपीट में 2 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए. उन्हें इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इससे पहले भी कई बार राजस्थान पुलिस पर हमले हो चुके हैं.
पुलिस के अनुसार मामला भरतपुर जिले के खोह थाना इलाके का है. वहां शनिवार देर शाम बच्चों की आपसी कहासुनी को लेकर दो पक्षों में झगड़ा हो गया था. उसमें लाठी-डंडे चले और बाद में जमकर फायरिंग हुई. फायरिंग में 3 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. घटना की सूचना मिलते ही खोह थाना पुलिस के दो कांस्टेबल मौके पर पहुंचे. पुलिस ने बीच बचाव कर भीड़ को शांत करना चाहा तो वह उन पर ही टूट पड़ी. झगड़ा कर रहे लोगों ने पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट कर डाली.
पुलिस ने छीना गया हथियार आरोपियों से वापस छुड़वाया
इस दौरान भीड़ ने एक पुलिसकर्मी का हथियार एसएलआर भी छीन लिया. मामला बढ़ने और पुलिस की पिटाई की सूचना पर बाद में वहां भारी पुलिस जाब्ता पहुंचा. लेकिन तब तक आरोपी वहां से भाग छूटे. बाद में पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कई जगहों पर दबिश दी. देर रात को पुलिस ने कुछ आरोपियों की धरपकड़ कर छीना गया हथियार अपने कब्जे में वापस ले लिया.
घटना की जानकारी देने के लिए अधिकारी मीडिया से बचते रहे
बाद में मारपीट में घायल हुए पुलिसकर्मियों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया. इस पूरे मामले में पुलिस अधिकारी मीडिया से बातचीत करने में कतराते रहे. हथियार छुड़ाने की बात को लेकर कोई भी अधिकारी जवाब नहीं दे पाया. सभी पुलिस अधिकारी एक दूसरे पर मामले को टालते रहे. बहरहाल पुलिस पूरे मामले की सभी एंगल से जांच करने में जुटी है. शेष बच रहे आरोपियों की धरपकड़ के लिए उनके संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है.