Anti Hijab Protests in Iran: ईरानी सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई की भतीजी फरीद मोरादखानी ने विदेशी सरकारों से तेहरान के साथ सभी संबंधों को काटने की बात कही है. उन्होंने कहा कि यह शासन अपने किसी भी धार्मिक सिद्धांत के प्रति वफादार नहीं है और बल और शक्ति बनाए रखने के अलावा कोई नियम नहीं जानता है.
तेहरान. ईरान में पुलिस हिरासत में हुई छात्रा महसा अमीनी की मौत (Death of Mahsa Amini) के बाद से हिजाब के विरोध में चल रहे प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. अब प्रदर्शनकारियों के समर्थन में ईरानी सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई (Ayatollah Ali Khamenei) की भतीजी भी आगे आयी हैं. न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक फरीद मोरादखानी (Farideh Moradkhani) ने विदेशी सरकारों से तेहरान के साथ सभी संबंधों को काटने का आह्वान किया है. मोरादखानी के बयान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से शेयर किया जा रहा है.
मोरादखानी ने वीडियो में कहा, “ओ आजाद लोगों, हमारे साथ रहो और अपनी सरकारों से कहो कि वे इस जानलेवा और बच्चों की हत्या करने वाले शासन का समर्थन करना बंद करें. यह शासन अपने किसी भी धार्मिक सिद्धांत के प्रति वफादार नहीं है और बल और शक्ति बनाए रखने के अलावा कोई नियम नहीं जानता है.” न्यूज़ एजेंसी एचआरएएनए ने कहा कि 26 नवंबर तक देशव्यापी अशांति के दो महीने से अधिक समय में 450 प्रदर्शनकारी मारे गए थे, जिनमें 63 नाबालिग शामिल थे. एजेंसी ने कहा कि सुरक्षा बलों के 60 सदस्य मारे गए और 18,173 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है.
मुख्य रूप से कुर्द शहर महाबाद से संसद सदस्य जलाल महमूदज़ादेह ने रविवार को कहा कि विरोध प्रदर्शनों के दौरान कुर्द आबादी वाले इलाकों में कम से कम 105 लोग मारे गए थे. वह एंतेखान वेबसाइट द्वारा उद्धृत संसद में एक बहस में बोल रहे थे.
40 विदेशियों को किया गया गिरफ्तार
ईरान ने सरकार विरोधी प्रदर्शनों में कथित रूप से भूमिका निभाने के आरोप में 40 विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है. ईरान वायर की रिपोर्ट के अनुसार, न्यायपालिका के प्रवक्ता मसूद सेतायेशी ने 22 नवंबर को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “अब तक 40 विदेशी नागरिकों को विरोध प्रदर्शनों में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.” उन्होंने गिरफ्तार किए गए लोगों की राष्ट्रीयता नहीं बतायी. ईरान ने सितंबर में महसा अमीनी की मौत के बाद राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन के लिए विदेशी दुश्मनों से जुड़े लोगों को दोषी ठहराया है.