सुला वाइनयार्ड्स के आईपीओ में सब्सक्रिप्शन 14 दिसंबर तक उपलब्ध होगा. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आईपीओ से पहले, एंकर निवेशकों को 9 दिसंबर को सुला वाइनयार्ड्स में बोली लगाने की अनुमति दी जाएगी.
नई दिल्ली. भारत की सबसे बड़ी वाइन निर्माता और सुला वाइनयार्ड्स 12 दिसंबर को अपना इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी आईपीओ लॉन्च करेगी. कंपनी के आईपीओ में सब्सक्रिप्शन 14 दिसंबर तक उपलब्ध होगा. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आईपीओ से पहले, एंकर निवेशकों को 9 दिसंबर को सुला वाइनयार्ड्स में बोली लगाने की अनुमति दी जाएगी. कंपनी अपने आईपीओ के प्राइस बैंड की घोषणा अभी तक नहीं की है लेकिन वे उचित समय पर इसकी घोषणा करेगी.
रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस के मुताबिक, कम्पनी की 26,900,530 इक्विटी शेयरों की पेशकश बिक्री के लिए होगी. चूंकि आईपीओ पूरी तरह से ओएफएस यानी ऑफर फोर सेल है, इसलिए आय कंपनी के पास नहीं जाएगी. आईपीओ में इक्विटी शेयरों का अंकित मूल्य 2 रुपये प्रति शेयर होगा.
ये होगा आईपीओ का हिसाब किताब
वहीं, आपको बता दें कि कुल आईपीओ के आकार का 50 प्रतिशत योग्य संस्थागत खरीदारों (क्यूआईबी) को बोली लगाने के लिए आवंटित किया जाएगा, जबकि 15 फीसदी गैर-संस्थागत निवेशकों (एनआईआई) के लिए आरक्षित होगा और शेष 35 प्रतिशत को खुदरा निवेशकों के लिए रखा जाएगा.
भारतीय शराब उद्योग में मार्केट को लीड कर रही है कंपनी
कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी, सीएलएसए इंडिया और आईआईएफएल सिक्योरिटीज सुला वाइनयार्ड्स आईपीओ के लिए बुक- रनिंग लीड मैनेजर हैं. वहीं, केफिन टेक्नोलॉजीज ऑफर की रजिस्ट्रार है. सुला वाइनयार्ड्स भारतीय शराब उद्योग में लगातार मार्केट में अपनी जगह बनाए हुए है.
कंपनी के बारे में
सुला वाइनयार्ड्स ने एक दशक से अधिक समय में उल्लेखनीय तरक्की की है. 100 प्रतिशत अंगूर वाइन श्रेणी में, राजस्व के आधार पर कंपनी की बाजार हिस्सेदारी वित्त वर्ष 2009 में 33 फीसदी से बढ़कर वित्त वर्ष 20 में 52 प्रतिशत और वित्त वर्ष 2021 में 52.6 हो गई. वर्तमान में, कंपनी महाराष्ट्र और कर्नाटक में स्थित अपनी चार स्वामित्व वाली और दो पट्टे पर उत्पादन सुविधाओं में 13 मुख्य ब्रांडों में वाइन के 56 विभिन्न लेबल का उत्पादन करती है.
टियर-1 और टियर-2 शहरों में बढ़ाएगी अपना पैठ
आगे की अपनी रणनीतियों के बारे में कंपनी ने कहा कि वे उन ब्रांडों पर अपना ध्यान केंद्रित रखना जारी रखेगी जिन्हें वे आयात और वितरित करती है. इसके अलावा कंपनी भारत के टियर-1 और टियर-2 शहरों में अपनी पैठ बढ़ाएगी.