भगवान श्री गणेश की विधिवत पूजा करने से सभी विघ्न दूर होते हैं. जब भी गणेश जी की मूर्ति की स्थापना की बात आती है तो लोग इस दुविधा में रहते हैं कि गणेशजी की सूंड किस दिशा में मुड़ी होनी चाहिए.
Ganesh Puja: हिंदू धर्म में भगवान गणेश सर्वप्रथम पूजनीय देव हैं. किसी भी मांगलिक कार्य व पूजन के प्रारंभ से पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है. जैसा कि सभी जानते हैं भगवान श्री गणेश सुख-समृद्धि वाले देव हैं और उनकी कृपा से ही जीवन में सभी कार्य बिना विघ्न के पूर्ण होते हैं, इसलिए लोग भगवान गणेश की प्रतिमा को घर के मंदिर में विराजमान करते हैं.
गणेश जी की कैसी मूर्ति रखें
पंडित इंद्रमणि घनस्याल बताते हैं कि भगवान श्री गणेश की विधिवत पूजा करने से सभी विघ्न दूर होते हैं. जब भी गणेश जी की मूर्ति की स्थापना की बात आती है तो लोग इस दुविधा में रहते हैं कि गणेश जी की सूंड किस दिशा में मुड़ी होनी चाहिए. ऐसे में आज हम आपके बताएंगे कि घर पर किस दिशा में सूंड वाली गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करनी चाहिए.
ऐसी मूर्ति होती है बेहद शुभ
घर में जब भी गणेश जी की मूर्ति स्थापित करें तो इस बात का ध्यान रखें कि गणेश की सूंड बाएं हाथ की ओर हो. मान्यता है कि ऐसी मूर्ति से घर में सकारात्मकता बनी रहती है और जीवन में सुख-समृद्धि का वास होता है. आप घर में सीधी सुंड वाली गणेश जी की मूर्ति भी स्थापित कर सकते हैं. ऐसी मूर्ति से घर का माहौल खुशनुमा बना रहता है और सुख-शांति रहती है.
पूजा नहीं होती सफल
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, घर पर दाएं हाथ की ओर सूंड वाले गणेश जी की मूर्ति स्थापित करने से बचना चाहिए क्योंकि दाएं हाथ की तरफ सूंड वाले गणेश जी का स्वभाव हठी होता है. ऐसे में इनकी पूजा पाठ करना भी आसान नहीं होता. कहते हैं इस गणेश जी पूजा तंत्र विधि से होती है, जो आसानी से सफल नहीं हो पाती और ऐसे गणेश जी की पूजा का लाभ भी देर से मिलता है.