World’s Strongest Passports 2022: आर्टन कैपिटल द्वारा प्रकाशित पासपोर्ट इंडेक्स 2022 दुनिया के सबसे पावरफुल और सबसे कमजोर पासपोर्ट की रैंकिंग है और यह आपको बताता है कि आप कितने देशों में बिना वीजा के प्रवेश कर सकते हैं.
Passport: दुनिया के सबसे पावरफुल पासपोर्ट की सूची में भारत 69वें स्थान पर है, जबकि 2022 के लिए पासपोर्ट की रेटिंग में पहले स्थान पर रहने यूएई रहा है. आर्टन कैपिटल द्वारा प्रकाशित पासपोर्ट इंडेक्स 2022 दुनिया के सबसे पावरफुल और सबसे कमजोर पासपोर्ट की रैंकिंग है और यह आपको बताता है कि आप कितने देशों में बिना वीजा के प्रवेश कर सकते हैं.
यूएई पासपोर्ट धारक 180 देशों में बिना किसी परेशानी के प्रवेश कर सकते हैं. उन्हें 59 देशों में वीजा ऑन अराइवल और 121 देशों में वीजा मुक्त एंट्री कीं सुविधा मिलेगी. उन्हें केवल 89 देशों के लिए वीजा की आवश्यकता है.
दूसरी, तीसरी और चौथी रैकिंग
जर्मनी, इटली, फ्रांस स्पेन, लक्ज़मबर्ग, समेत 10 यूरोपीय देश दक्षिण कोरिया के साथ दूसरे स्थान पर रहे. इन पासपोर्ट धारकों के पास 126 देशों में वीजा फ्री एंट्री और 47 देशों में वीजा ऑन अराइवल की सुविधा है.
यूनाइटेड स्टेट्स पासपोर्ट को 116 देशों में वीज़ा फ्री एंट्री की क्षमता के साथ तीसरा स्थान दिया गया है, इसके बाद यूके चौथे स्थान पर है.
भारत की स्थिति
69 की रैंकिंग वाले भारतीय केवल 24 देशों के लिए वीज़ा मुक्त यात्रा कर सकते हैं, 48 अन्य देशों के लिए वीज़ा ऑन अराइवल की सुविधा मिलेगी जबकि 126 देशों में जाने के लिए वीजा की जरुरत पड़ेगी. भारत गाम्बिया, घाना, उज्बेकिस्तान और तंजानिया जैसे देशों के साथ समान रैंकिंग साझा करता है. आखिरी पायदान पर अफगानिस्तान है जिसकी वीजा फ्री सूची में केवल 38 देश हैं.
पासपोर्ट इंडेक्स पद्धति संयुक्त राष्ट्र के 139 सदस्यों पर आधारित है और सूची के लिए छह क्षेत्रों पर विचार किया गया है. डाटा सरकारों द्वारा प्रदान की गई आधिकारिक जानकारी पर आधारित है जो कि क्राउडसोर्सिंग के माध्यम से प्राप्त जानकारी के साथ रियल टाइम में अपडेट किया जाता है.
प्रत्येक पासपोर्ट की व्यक्तिगत रैंक निर्धारित करने के लिए, एक त्रि-स्तरीय पद्धति लागू की जाती है जो मोबिलिटी स्कोर (MS) है – इसमें वीजा-मुक्त (VF), वीजा ऑन अराइवल (VOA), eTA और eVisa (यदि 3 दिनों के भीतर जारी किया गया हो) शामिल है. उनके स्कोर बनाम वीओए और संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम मानव विकास सूचकांक 2018 (यूएनडीपी एचडीआई) के वीएफ हिस्से का उपयोग टाई ब्रेकर के रूप में किया जाता है. यूएनडीपी एचडीआई विदेशों में देश की धारणा पर एक महत्वपूर्ण पैमाना है.