FD Rates: आरबीआई द्वारा रेपो रेट बढ़ाए जाने के बाद कई बैंकों ने एफडी की ब्याज दरों में इजाफा शुरू कर दिया है. ब्याज दर बढ़ाने वालों में देश के कई बड़े बैंक शामिल हैं.
नई दिल्ली. आरबीआई द्वारा रेपो रेट में वृद्धि से जहां एक तरफ लोन लेने वालों के लिए सिरदर्द बढ़ता है तो वहीं दूसरी ओर निवेशकों की चांदी हो जाती है. जिन लोगों ने एफडी में अपना पैसा लगाया है उन्हें मई से अब तक कई बार ब्याज दरों में वृद्धि का फायदा मिला होगा. आमतौर पर यह वृद्धि रेपो रेट में हुई बढ़ोतरी के बराबर तो नहीं होती लेकिन बार-बार दरों में इजाफे के कारण सम्मिलित रूप से यह काफी अधिक हो जाती है. आरबीआई ने हाल ही में रेपो रेट में 0.35 फीसदी का इजाफा किया था जिसके बाद कई बैंकों ने एक बार फिर एफडी की ब्याज दरों में वृद्धि करना शुरू कर दिया है.
जन स्मॉल फाइनेंस बैंक अभी 2-3 साल की अवधि वाली एफडी पर आम लोगों को 7.85 फीसदी और वरिष्ठ नागरिकों को 8.80 फीसदी तक ब्याज दे रहा है. बैंक द्वारा जारी की गई नई ब्याज दरें 15 दिसंबर से ही लागू हैं. ये ब्याज दरें 2 करोड़ रुपये तक के निवेश वाली एफडी पर लागू हैं. इस बैंक अलावा भी कई बैंकों ने ब्याज दरें बढ़ाई हैं.
एसबीआई
देश के सबसे बड़े बैंक ने इसी हफ्ते की शुरुआत में ब्याज दरों में 0.25 फीसदी के करीब वृद्धि की थी. ये ब्याज दरें 13 दिसंबर से लागू हैं. बैंक अब 2 साल से कम मैच्योर होने वाली 2 करोड़ रुपये तक की एफडी पर 6.75 फीसदी ब्याज दे रहा है. वहीं, वरिष्ठ नागरिकों को अतिरिक्त 0.50 फीसदी ब्याज मिलेगा. यानी उन्हें 7.25 फीसदी तक का ब्याज मिल रहा है.
एचडीएफसी बैंक
निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक एचडीएफसी ने नई दरें 14 दिसंबर से लागू कर दी हैं. अब बैंक 15 महीने से 18 महीने में मैच्योर होने वाली एफडी पर 7 फीसदी तक ब्याज दे रहा है. बैंक वरिष्ठ नागरिकों को अधिकतम 7.75 फीसदी तक का ब्याज दे रहा है. बैंक 7 दिन से लेकर 10 साल तक के टेन्योर वाली एफडी ऑफर करता है.
आईसीआईसीआई बैंक
निजी क्षेत्र के एक और बड़े बैंक आईसीआईसीआई ने अपने ग्राहकों को रेपो रेट में हुई वृद्धि का लाभ पहुंचाया है. बैंक ने 290 दिन से अधिक और 1 साल से कम में मैच्योर होने वाली एफडी पर ब्याज दर 5.75 फीसदी कर दी है. वहीं, वरिष्ठ नागरिकों को अतिरिक्त 0.50 फीसदी ब्याज दिया जा रहा है.