Human Skin Sale- डार्क वेब (Dark Web) पर इंसानी चमड़ी से बने कई प्रोडक्ट बहुत ऊंचे दामों पर बेचे जा रहे हैं. अवैध कारोबार के लिए कुख्यात डार्क वेब पर ह्यूमन स्किन भी खरीदी जा सकती है.
नई दिल्ली. चमड़े के प्रोडक्ट पूरी दुनिया में मशहूर हैं. चमड़े के जूते, जैकेट और बेल्ट जैसे उत्पाद बनाने के लिए कई जानवरों की चमड़ी का इस्तेमाल लंबे समय से होता आया है. लेकिन, आप यह जानकार शायद हैरान हो जाएंगे कि अब मानव स्किन से बने लेदर प्रोडक्ट की खरीद-फरोख्त हो रही है. हालांकि, मानव की खाल से बने प्रोडक्ट आम मार्केट या ई-कॉमर्स साइट्स पर उपलब्ध नहीं हैं. इनकी बिक्री गैर-कानूनी कार्यों के लिए कुख्यात डार्क वेब पर हो रही है.
डार्क वेब पर मानव अंगों के साथ उसकी स्किन भी बेची जा रही है. मानव अंगों की बिक्री प्रत्यारोपण के लिए होती है. वहीं, मानवीय खाल और इससे बने लग्जरी फैशन आइटम जैसे जैकेट्स, हैंड बैग और पर्स भी बिक्री के लिए उपलब्ध हैं. मानवीय चमड़ी की कीमत डार्क वेब पर 827 रुपये इंच है. ह्यूमन स्किन से बने जूतों की कीमत जहां 22 लाख रुपये हैं, वहीं मानव स्किन से बना पर्स 11 लाख रुपये में बिक रहा है.
क्या है डार्क वेब
डार्क वेब इंटरनेट का वह हिस्सा है, जिसे सर्च इंजन पर इंडेक्स नहीं किया जाता है. विशेषज्ञों का कहना है कि हम केवल इंटरनेट का 4 प्रतिशत हिस्सा ही प्रयोग करते हैं. इसे सरफेस वेब के नाम से जाना जाता है. इंटरनेट का बाकी बचा हुआ 96 प्रतिशत हिस्सा डीप वेब और डार्क वेब है. डार्क वेब का प्रयोग खास ब्राउजर की मदद से आईपी एड्रेस बदलकर किया जाता है. इसके अलावा वीपीएन और कई anonymity tools का इस्तेमाल डार्क वेब पर सर्फिंग करने के लिए करना होता है. डार्क वेब पर अवैध और अनैतिक गतिविधियां होती हैं. यहां पर मानव तस्करी, ड्रग्स स्मगलिंग, बाल तस्करी और हथियारों की खरीदारी सहित बहुत से गलत काम होते हैं.
रिसर्चर ने 2016 में इंसानी चमड़ी से बनाए थे लेदर प्रोडक्ट
भास्कर डॉट कॉम की एक रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटेन की फैशन रिसर्चर टीना गोर्जयांक ने 2016 में ‘ह्यूमन स्किन’ से हैंड बैग्स और जैकेट्स बनाने का दावा कर सनसनी फैला दी थी. उनका दावा था कि ये प्रोडक्ट ब्रिटेन के फैशन डिजाइनर अलेक्जेंडर मैकक्वीन की स्किन से तैयार किए हैं. हालांकि, टीना ने मैकक्वीन की चमड़ी इस काम के लिए नहीं उधेड़ी थी. बल्कि उन्होंने मैकक्वीन का DNA लेकर लैब में स्किन तैयार की. टीना ने मैकक्वीन का DNA लिया और इसे लैब में सुअर की स्किन में डाला. फिर टिश्यू-इंजीनियरिंग टेक्नोलॉजी की मदद से ह्यूमन स्किन बनाई. लैब में बनाई इसी स्किन से लेदर प्रोडक्ट्स बनाए गए.