जानकारी के मुताबिक ड्राइवर ने गाड़ी से नियंत्रण खो दिया था, जिस कारण यह एक्सीडेंट हुआ. इस घटना में बीजेपी विधायक के सीने में गंभीर चोटें आई हैं. उन्हें पुणे के रूबी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जयकुमार के साथ गाड़ी में सवार 4 और लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं. अन्य घायलों को बारामती के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. हादसा शनिवार सुबह करीब साढ़े 3 बजे हुआ.
मुंबई: महाराष्ट्र के भाजपा विधायक जयकुमार गोरे शनिवार तड़के भीषण सड़क हादसे की चपेट में आकर गंभीर रूप से जख्मी हो गए. हादसा पुणे-पंढरपुर रोड पर फलटण के पास मालथन स्थित श्मशान घाट के पास हुआ. जयकुमार गोरे की फॉर्च्यूनर एसयूवी पुल से 30 फीट नीचे खाई में गिर गई. प्राथमिक जानकारी के मुताबिक ड्राइवर ने गाड़ी से नियंत्रण खो दिया था, जिस कारण यह एक्सीडेंट हुआ. इस घटना में बीजेपी विधायक के सीने में गंभीर चोटें आई हैं. उन्हें पुणे के रूबी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
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जयकुमार के साथ गाड़ी में सवार 4 और लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं. अन्य घायलों को बारामती के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बीजेपी विधायक पुणे से अपने गांव दहीवाड़ी जा रहे थे. पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है. हादसा शनिवार सुबह करीब साढ़े 3 बजे हुआ. पुलिस का मानना है कि चूंकि सुबह का समय था, हो सकता है ड्राइवर की आंख झपक गई हो, जिस वजह से गाड़ी पर उसका नियंत्रण नहीं रहा और फार्च्यूचर पुल की रेलिंग तोड़कर 30 फीट नीचे जा गिरी. भाजपा नेता जयकुमार गोरे सतारा जिले की मण विधानसभा सीट से 3 बार के विधायक हैं.
सतारा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का गढ़ माना जाता है. लेकिन गोरे ने जिले की मण सीट पर 2009, 2014 और 2019 में लगातार जीत दर्ज की है. वह 2009 में निर्दलीय विधायक चुने गए थे, 2014 में कांग्रेस और 2019 के बीजेपी के टिकट पर जयकुमार गोरे ने मण असेंबली सीट से जीत की हैट्रिक लगाई. पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के करीबी माने जाने वाले विधायक गोरे को हाल ही में बीजेपी ने सतारा का जिलाध्यक्ष बनाया है और उन्हें राजनीतिक ताकत देने की कोशिश की है.
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जब एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के 40 विधायकों ने महाविकास अघाड़ी और उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत कर अपना अलग गुट बना लिया था, तब जयकुमार गोरे ने ही सबसे पहले यह कहा था कि शिवसेना को महाविकास अघाड़ी छोड़ देनी चाहिए और भाजपा के साथ सरकार बनानी चाहिए. मण विधायक व भाजपा सतारा जिलाध्यक्ष गोरे ने एक निजी न्यूज चैनल के साथ बातचीत में कहा था कि उद्धव ठाकरे के धोखे का हिसाब अब बराबर होगा. गोरे ने यह भी विश्वास व्यक्त किया था कि देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री बनेंगे, लेकिन बीजेपी ने अहम रणनीति के तहत मराठी एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री और देवेंद्र फडणवीस को उपमुख्यमंत्री बनाया.