Teacher Recruitment Exam Paper Leaked in Rajasthan: राजस्थान में एक बार फिर से प्रतियोगी परीक्षा का एक पेपर लीक हो गया है. इससे लाखों अभ्यर्थी निराश हो गए हैं. वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा का सामान्य ज्ञान का पेपर आज सुबह 9 से 11 बजे तक होना था लेकिन उससे पहले ही यह लीक हो गया. पढ़ें कहां और कैसे हुआ ये सब.
उदयपुर. राजस्थान में एक बार फिर से प्रतियोगी परीक्षा का पेपर लीक हो गया है. इससे लाखों अभ्यर्थियों की मेहनत पर पानी फिर गया गया है. राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित कराई जा रही वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा का सामान्य ज्ञान का पेपर लीक हो गया है. उदयपुर पुलिस की ओर से इस परीक्षा से जुड़े नकल गिरोह का पर्दाफाश करने के बाद आरपीएससी ने इस पेपर को निरस्त कर दिया है. उदयपुर पुलिस ने पेपर लीक गिरोह के चार लोगों को पकड़ा है. इसके साथ ही 40 से ज्यादा अभ्यर्थियों को भी हिरासत में लिया है. इन अभ्यर्थियों ने गिरोह के लोगों से पेपर खरीदा था.
उदयपुर पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा को मुखबीर के जरिए जानकारी मिली थी कि वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा से जुड़े कुछ संदिग्ध लोग पिंडवाड़ा-उदयपुर हाईवे पर ट्रेवल कर रहे हैं. इस पर एसपी ने पुलिस ने डीएसटी की टीम को सक्रिय किया. डीएसटी, एसओजी और बेकरिया थाना पुलिस की टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए बेकरिया थाने के बाहर राजस्थान लोक परिवहन सेवा की एक बस को रुकवाया.
चलती बस में पेपर सॉल्व कराया जा रहा था
बस को रुकवाने के बाद पुलिस ने जब उसमें सवार अभ्यर्थियों की तलाशी ली तो उनके पास से सामान्य ज्ञान के पेपर का कुछ कंटेंट मिला. यही नहीं बस में पेपर प्रिंट करने के लिए मशीन और पेपर सॉल्व करवाने के लिए सामग्री भी उपलब्ध थी. बताया जा रहा है कि परीक्षा केंद्र पर अभ्यर्थियों को लाने से पहले लीक पेपर सॉल्व करवाया जा रहा था. चलती बस में पेपर सॉल्व करने कि संभवत यह पहली घटना है. बस से बरामद किया गया कंटेट उदयपुर पुलिस ने आरपीएससी को भेजा. आरपीएससी की ओर से कंटेंट के मिलान के बाद ऐतिहयात के तौर पर सामान्य ज्ञान का पेपर निरस्त घोषित कर दिया गया. इस पर पुलिस ने पेपर लीक गिरोह के चार लोगों वहीं पर पकड़ लिया. बस में सवार करीब 40 अभ्यर्थी को भी हिरासत में लिया गया है.
10-10 लाख रुपए में पेपर बिका
उदयपुर एसपी विकास शर्मा ने बताया की हिरासत में लिए गए अभ्यर्थियों और पेपर लीक गिरोह से जब प्राथमिक पूछताछ की गई तो पेपर 10-10 लाख रुपये में बिकना सामने आया है. फिलहाल पुलिस इन्वेस्टिगेशन में जुटी हुई है. पुलिस का अनुमान है कि यह गिरोह अन्य जिलों में भी सक्रिय है. ऐसे में हर जगह कार्रवाई करते हुए इससे जुड़े लोगों को पकड़ने की कोशिश की जा रही है. प्राथमिक जानकारी के अनुसार पुलिस की ओर से हिरासत में लिए गए अभ्यर्थियों में 7 महिला अभ्यर्थी भी शामिल हैं. ये सभी जालोर इलाके के रहने वाले बताए जा रहे हैं. पुलिस ने जिन चार लोगों को पेपर लीक गिरोह के सदस्यों के रूप में पकड़ा है उनके सरगना का नाम सुरेश बताया जा रहा है. इन चार आरोपियों में से एक एमबीबीएस किया हुआ डॉक्टर भी शामिल है.
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CHAPRA HOOCH TRAGEDY: बिहार की छपरा पुलिस ने जहरीली शराब कांड का खुलासा करने का दावा किया है. पुलिस का दावा है कि होम्योपैथिक दवा से बनी जहरीली शराब पीने से ही 80 लोगों की मौत हुई थी. इस केस में मास्टरमाइंड समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
छपरा. बिहार की छपरा पुलिस ने जिले में हुई जहरीली शराब कांड का खुलासा कर लेने का दावा किया है. 80 लोगों की मौत के पीछे प्रतिबंधित होमियोपैथी दवाओं की खेप को खपाने का खेल सामने आया है. पुलिस ने इशुआपुर के डोईला गांव में छापेमारी कर भारी मात्रा में प्रतिबंधित दवाओं की खेप को बरामद किया है. एसपी संतोष कुमार ने इस कांड का खुलासा करते हुए होम्योपैथिक दवाओं के इस्तेमाल से इस घटना के होने का दावा किया है और इस मामले में शामिल पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
गिरफ्तार लोगों में संजय महतो, शैलेंद्र राय ,सोनू कुमार गिरी ,अर्जुन महतो ,और राजेश सिंह उर्फ डॉक्टर का नाम शामिल हैं. राजेश सिंह उर्फ डॉक्टर जलालपुर थाना क्षेत्र के नूरनगर गांव का रहने वाला बताया जा रहा है जो होम्योपैथिक दवाओं में मिलावट कर शराब बनाकर सप्लाई कर रहा था. गौरतलब है कि दिनांक 13 और 14 दिसंबर को इसुआपुर और मशरख तथा आसपास के इलाकों में जहरीली शराब पीने से कई लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. इस मामले में पुलिस अनुसंधान में यह बात सामने आई है कि राजेश सिंह द्वारा विभिन्न होम्योपैथिक दवा और केमिकल को उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों से सारण जिला में ट्रांसपोर्ट एवं अन्य माध्यमों से फर्जी नाम और पता पर मंगाया जाता था तथा इसे शराब का निर्माण कर आपूर्ति की जाती थी.
राजेश सिंह और उसके सहयोगी सोनू गिरी एक स्कॉर्पियो से होम्योपैथिक दवा को ले जाकर शराब का निर्माण करते थे उसकी सप्लाई भी करते थे. जांच में यह सामने आया है कि राजेश सिंह हरियाणा में बतौर कंपाउंडर काम करता था और वहां स्प्रीट और होम्योपैथिक दवा से शराब बनाने का गुर सीखकर गांव में आया था और यहां शराबबंदी के बाद यह धंधा कर रहा था. राजेश सिंह के सहयोगी संजय महतो भी शराब पीकर बीमार हो गए थे जिनके घर इसुआपुर के डोईला में जब जांच की गई तो कई तरह की होम्योपैथिक दवा और रसायन की सैकड़ों खाली बोतलें बरामद हुई.
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नेता प्रतिपक्ष बोले परीक्षार्थियों के भविष्य के साथ कुठाराघात हुआ है
राजस्थान में लगातार हो रही पेपर लीक की घटनाओं के बाद विपक्ष को भी सरकार को घेरने का मौका मिला है. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने बयान जारी करते हुए आरपीएससी के साथ सरकार की कार्यप्रणाली को कटघरे में खड़ा किया है. गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि लगातार नौवीं बार पेपर लीक हुआ है. इससे लाखों परीक्षार्थियों के भविष्य के साथ कुठाराघात हुआ है. सरकार को अब पेपर लीक गिरोह के अंतिम कड़ी तक पहुंच कर उसे गिरफ्तार करना चाहिए.
आरपीएससी चेयरमैन बोले कुछ गड़बड़ जरूर हुई है
उल्लेखनीय है कि सामान्य ज्ञान का यह पेपर पूरे प्रदेश में शनिवार को सुबह सुबह 9 से 11 बजे तक था. इस परीक्षा से जुड़े सभी परिक्षार्थियों के लिए यह पेपर अनिवार्य है. आरपीएससी चेयरमैन संजय श्रोतिय ने कहा कि कुछ गड़बड़ जरूर हुई है. इसीलिए प्रिकॉशनरी रूप से इस पेपर को निरस्त किया गया है. उदयपुर में कुछ गड़बड़ी सामने आई है. दोपहर की पारी का पेपर यथावत रहेगा.