कंपनी ने बताया कि ‘फाइजर’ की कोविड-19 ओरल एंटीवायरल मेडिकेशन ‘पैक्सलोविड’ के किसी जेनेरिक फॉर्मेट को पहली बार शुरुआती मंजूरी मिली है.
फार्मा कंपनी ‘हेटेरो’ ने कोविड-19 की मौखिक दवा यानी की ओरल ड्रग निर्माट्रेलविर के जेनेरिक स्वरूप के लिए WHO के प्रोग्राम डब्ल्यूएचओ पीक्यू के तहत स्वीकृति मिलने की का आज ऐलान किया गया. कंपनी ने बताया कि ‘फाइजर’ की कोविड-19 ओरल एंटीवायरल मेडिकेशन ‘पैक्सलोविड’ के किसी जेनेरिक फॉर्मेट को पहली बार शुरुआती मंजूरी मिली है. कहा गया है कि WHO ने कोरोना वायरस से मामूली या मध्यम रूप से संक्रमित उन मरीजों को निर्माट्रेलविर और रिटोनाविर देने की मजबूत सिफारिश की है, जिनके अस्पताल में भर्ती होने का अधिक खतरा है. ऐसे मरीज या तो बुजुर्ग हो सकते हैं, या उनकी प्रतिरोधक क्षमता कम हो सकती है या फिर हो सकता है कि उनका टीकाकरण न हुआ हो.
हेटेरो द्वारा उपलब्ध कराए गए मिश्रित पैक निर्माकॉम में 150 MG की निर्माट्रेलविर (दो गोली) और 100 एमजी रिटोनाविर (एक गोली) है. यह दवा केवल डॉक्टर की सलाह पर ही उपलब्ध है और संक्रमित पाए जाने के बाद जल्द से जल्द और लक्षणों की शुरुआत से पांच दिन के भीतर इस दवा को लिया जाना चाहिए.
ये भी पढ़ें– Weather Update: शीतलहर की चपेट में दिल्ली-NCR, बर्फीली हवाओं से पारा 6℃ तक लुढ़का; घने कोहरे से कई ट्रेनें लेट
निर्माकॉम का उत्पादन भारत में हेटेरो की यूनिट्स में किया जाएगा, हेटेरो ग्रुप ऑफ कंपनीज के प्रबंध निदेशक वामसी कृष्ण बांदी ने कहा, ‘‘निर्माकॉम के लिए WHO की शुरुआती मंजूरी मिलना कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि इससे हमें इस अहम इनोवेटिव एंटीरेट्रोवायरल दवा तक लोगों की पहुंच बढ़ाने में मदद मिलेगी. हम भारत में 95 एलएमआईसी (कम एवं मध्यम आय वाले देशों) में किफायती दाम पर निर्माकॉम को शीघ्र उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं.’’