Indian Railways: कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में इस बात का दावा किया जा रहा है कि रेलवे के 3 करोड़ से अधिक पैसेंजर्स का डेटा लीक हुआ है. आइए जानते हैं कितनी सच्चाई है इस मैसेज में.
Indian Railways: हर दिन करोड़ों लोग भारतीय रेलवे से सफर करते हैं. ऐसे में क्या हो अगर कोई हैकर रेलवे के सर्वस पर ही डाका डाल ले तो? जी हां, बुधवार की सुबह ऐसी ही एक खबर ने ट्रेन से सफर करने वाले करोड़ों लोगों को परेशान कर दिया, जब कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि कुछ हैकर्स ने रेलवे की डेटा में सेंध लगाकर 3 करोड़ यूजर्स की निजी जानकारी चुरा ली. इसमें पैसेंजर्स का नाम, पता, मोबाइल नंबर, मेल आईडी, उम्र आदि शामिल था. लेकिन क्या वाकई में हैकर्स ने ऐसी किसी वारदात को अंजाम दिया है? IRCTC ने डेटा चोरी की ऐसी किसी घटना से इंकार किया है.
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3 करोड़ पैसेंजर्स का डेटा हुआ चोरी?
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि हैकर्स ने रेलवे के डेटा में सेंध लगाकर करीब 3 करोड़ यूजर्स के डेटा चोरी कर लिया है. इसमें पैसेंजर्स का नाम, पता, मोबाइल नंबर समेत वह सभी जानकारी शामिल है, जिसे वे IRCTC की वेबसाइट पर टिकट की बुकिंग करते समय डालते हैं. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पैसेंजर्स के इन डेटा को डार्क वेब पर बेचा जा रहा है.
IRCTC ने बताई सच्चाई
भारतीय रेलवे की संस्था इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) ने बताया कि रेलवे को डेटा ब्रीच को लेकर घटना की सूचना मिली है. इस बारे में बता दें कि रेलवे बोर्ड ने IRCTC को भारतीय रेल पैसेंजर्स के डेटा उल्लंघन की रिपोर्ट करने के लिए CRET-In को एक संभावित डेटा ब्रीच की चेतावनी दी थी. लेकिन सैंपल डेटा के जांच में पाया गया है कि सैंपल डेटा की पैटर्न IRCTC API से मेल नहीं खाता है. IRCTC ने कहा कि जिन डेटा को हैक करने की बात की जा रही है वह IRCTC के सर्वर से नहीं है.
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IRCTC कर रहा है ये जांच
IRCTC ने आगे बताया कि डेटा चोरी की इस खबर पर IRCTC आगे भी जांच कर रही है. सभी IRCTC बिजनेस पाटर्नस को तुरंत यह जांच करने के लिए कहा है कि क्या उनकी ओर से कोई डेटा लीक हो रहा है. इसके अलावा उनसे पैसेंजर्स के डेटा सिक्योरिटी को लेकर किए गए उपायों की भी जानकारी मांगी है.