Fi Money Launched Instant Personal Loan: शुरूआती चरण में सीमित संख्या में ग्राहकों को 50,000 रुपये से लेकर 5 लाख रुपये तक के लोन दिए जाएंगे.
Fi Money Launched Instant Personal Loan up to Rs 5 Lakh with Zero Pre-Closure Charges : मनी मैनेजमेंट प्लेटफॉर्म Fi Money ने फेडरल बैंक के पार्टनरशिप में तत्काल उधार (इस्टेंट क्रेडिट) उपलब्ध कराने के लिए लेडिंग सर्विस की शुरूआत की हैं. ग्राहकों को लंबी कागजी कार्रवाई और प्री-अप्रूवल एप्लिकेशन प्रासेस से बिना गुजरे इंस्टेंट पर्सनल लोन सर्विस के माध्यम से तत्काल फंड मिलेगी. Fi Money ने अपने एक बयान में कहा है कि इंस्टेंट पर्सनल लोन की सुविधा चरणबद्ध तरीके से शुरू होगी. शुरूआती चरण में सीमित संख्या में ग्राहकों को 50,000 रुपये से लेकर 5 लाख रुपये तक के उधार दिया जाएगा. इसके बाद आगामी कुछ सप्ताह में सभी ग्राहकों के लिए इंस्टेंट लोन की सुविधा को लॉन्च किया जाएगा.
Fi Money से लोन लेना हुआ आसान
भारत में बैंक लोन की मांग 9 साल के ऊंचे स्तर पर पहुंच गई है. वहीं डिपॉजिट के मामले में रफ्तार काफी धीमी है. यही कारण है कि देश की सेंट्रल बैंक आरबीआई को लोन की बढ़ती मांग और डिपॉजिट की रफ्तार के बीच के अंतर और बैंकिंग प्रणाली की बैलेंस शीट पर चिंता जतानी पड़ी है. आरबीआई ने उधार देने वाले वित्तीय संस्थाओं से लोन एप्लिकेशन पर उचित सावधानी बरतने का आग्रह किया है. जिसमें लोन एप्लिकेशन को लंबे दिनों तक लटकाए रखना और ज्यादातर कर्ज के लिए अप्लाई करने वाले ग्राहकों के एप्लिकेशन को खारिज कर देना भी शामिल है. सेट्रल बैंक इस बात से चिंतित है कि वित्तीय सस्थाओं द्वारा औपचारिकताएं पूरी करने के बाद जारी किए जाने वाले लोन की बजाय कर्ज लेने वाले ग्राहक तेजी से अड़चन पैदा करने वाले लोन के जाल में फंस रहे हैं. ऐसे में Fi Money का मकसद है कि वह अपने ग्राहकों को सिक्योर और बाधा रहित लोन उपलब्ध कराकर इन मसलों को हल करना है.
इस एकाउंट में लोन अमाउंट की जाएगी ट्रांसफर
बेंगलुरु की फिनटेक कंपनी Fi Money ने अपनी इंस्टेंट लोन सर्विस के जरिए कर्ज देने की प्रक्रिया को सरल बना दिया है. जिसकी बदौलत लोन एप्लिकेशन स्वीकार करने में काफी कम समय लगते हैं. इस सर्विस में लोन अमाउंट सीधे कर्ज के लिए अप्लाई करने वाले कस्टमर के Fi-Federal सेविंग एकाउंट में ट्रासंफर कर दी जाएगी और फिर उधार लेने वाला शख्स अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए फंड का इस्तेमाल कर सकेगा.
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फंड के इस्तेमाल पर नहीं होगी कोई पाबंदी
Fi Money के एक बयान के मुताबिक Fi मनी के इंस्टेंट क्रेडिट स्कीम पर नो-क्वेश्चन आस्क पॉलिसी लागू है. यही कारण है कि कस्टमर लोन अमाउंट को किसी भी मकसद को पूरा करने में इस्तेमाल कर सकता है और उस पर Fi Money की ओर से कोई आपत्ति नहीं होगी जैसे एजुकेशन लोन के मामले में देखने को मिलता है. इस सर्विस की एक खास बात ये भी है कि इसमें प्री-क्लोजर फीस नहीं लगता है, यानी अगर कर्ज लेने वाला शख्स लोन टेन्योर से पहले लोन अमाउंट चुका देता है तो उससे किसी प्रकार का अतिरिक्त चार्ज नहीं देना पड़ता है. या कहें कि ऐसे में Fi Money उन ग्राहकों से किसी प्रकार का अतिरिक्त शुल्क नहीं लेता है.
Fi Money के सीईओ का बयान
Fi Money के कोफाउंडर और सीईओ सुजित नारायनन (Sujith Narayanan) ने कहा कि हमारे इस सर्विस का मकसद अपने ग्राहकों को जब भी और जहां भी जरूरत हो, उन्हें तत्काल और आसानी से लोन उपलब्ध कराना है. उन्होंने ने बताया कि रिसर्च में कंपनी ने ये पाया है कि लोन के लिए आवेदन करते समय कर्ज लेने वाले लोगों को लंबी कागजी कार्रवाई और जटिल आवेदन प्रक्रियाओं से जूझना पड़ता है. ऐसे में Fi Money अपने ग्राहकों को सरल और पारदर्शी लोन लेने का अनुभव मुहैया कराएगा.