तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव द्वारा बुधवार को खम्मम में आयोजित एक रैली में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नहीं बुलाए जाने पर अब सवाल उठने लगे हैं.
Bihar News: तेलंगाना के मुख्यमंत्री और भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) प्रमुख के. चंद्रशेखर राव द्वारा बुधवार को खम्मम में आयोजित एक रैली में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नहीं बुलाए जाने पर अब सवाल उठने लगे हैं. इधर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रैली में बुलाए जाने पर कहा कि यह उनकी बैठक थी. नीतीश कुमार ने पत्रकारों द्वारा पूछे गए प्रश्न के उत्तर में कहा कि कोई अपनी पार्टी की बैठक करता है और अगर लोगों को बुलाता है तो इसमें कौन-सी नई बात है. उन्होंने कहा कि मेरी अपनी कोई ख्वाहिश नहीं है, बस यही चाहत है कि विपक्ष के लोग एकजुट हों और देशहित में आगे बढ़ें.
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उन्होंने कहा कि वे लोग यहां भी आए हुए थे. सब से बातचीत हो ही रही है. उन्होंने यह भी कहा कि अभी हमलोग अपने काम में लगे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहले भी विपक्षी दलों को एकजुट करने पर अभियान चलाने की बात करते रहे हैं. तेलंगाना के मुख्यमंत्री और भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) प्रमुख चंद्रशेखर राव द्वारा बुधवार को खम्मम में आयोजित रैली में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ वाम दल के नेता डी राजा पहुंचे थे. इसे विपक्ष की एकजुटता से जोड़कर देखा जा रहा है.
नीतीश कुमार ने कहा कि मुझे केसीआर की रैली के बारे में नहीं पता था. मैं किसी और काम में व्यस्त था.जिन लोगों को उनकी पार्टी की रैली में आमंत्रित किया गया था वे वहां गए होंगे. कोई अपनी पार्टी की बैठक करता है और अगर लोगों को बुलाता है तो इसमें कौन-सी नई बात है. बता दें कि नीतीश कुमार मोदी सरकार के खिलाफ लंबे समय से मोर्चा खोले हुए हैं और विपक्ष को एजजुट करने में लगे हैं.