Adani Reply to Hindenburg Report: अदानी ने इस जवाब में कहा कि ये भारत, उसके संस्थान और उसकी ग्रोथ की कहानी पर सोच समझकर किया गया हमला है. इस पर हिंडनबर्ग ने पलटवार किया है.
Adani Reply to Hindenburg Report: बीते कारोबारी सप्ताह अदानी ग्रुप पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने जो तहलका मचाया, वो किसी से छुपा नहीं है. इंट्राडे में अदानी ग्रुप के शेयर 20-25 फीसदी तक टूटे. हालांकि हिंडनबर्ग (Hindenburg Report) के बाद अदानी ने इस पर 413 पन्नों का विस्तृत जवाब दिया. अदानी ने इस जवाब में कहा कि ये भारत, उसके संस्थान और उसकी ग्रोथ की कहानी पर सोच समझकर किया गया हमला है. बता दें कि हिंडनबर्ग ने 106 पन्नों की एक रिपोर्ट छापी थी, जो अदानी ग्रुप के खिलाफ थी और इसमें दावा किया गया था कि अदानी ग्रुप ने अपने शेयरों के साथ छेड़छाड़ की है. इस रिपोर्ट के बाद रविवार को अदानी ग्रुप (Adani Group) ने 413 पन्नों का जवाब दिया. हालांकि इस जवाब पर हिंडनबर्ग (Adani-Hindenburg Case) पर पलटवार किया है.
Hindenburg ने किया पलटवार
अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग कंपनी हिंडनबर्ग ने अदानी ग्रुप की ओर से दिए गए जवाब पर पलटवार करते हुए कहा कि अदानी ग्रुप ने अपने 413 पन्नों के जवाब में सिर्फ 30 पन्नों में ही मामले से संबंधित बातें कही गई हैं. इसके अलावा हिंडनबर्ग ने ये भी कहा कि अदानी ग्रुप ने हमारे 88 सवालों में से 62 सवालों का विशेष तौर पर जवाब नहीं दिया है. रिपोर्ट में ये भी कहा गया कि अदानी ग्रुप ने जितने भी सवालों के जवाब दिए, वो बड़े पैमाने पर हमारे निष्कर्षों की पुष्टि नहीं की या उनसे बचने का प्रयास किया.
अदानी ग्रुप के जवाबों का नहीं किया समर्थन
हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि हम अदानी ग्रुप की ओर से दिए गए भारत वाले बयान का समर्थन नहीं करते. उन्होंने आगे कहा कि हमारा मानना है कि भारत एक जीवंत लोकतंत्र है. इसके अलावा भारत एक सुनहरे भविष्य के साथ उभरती हुई महाशक्ति है. हिंडनबर्ग ने आगे ये भी कहा कि हम ये भी मानते हैं कि अदानी ग्रुप की ओर से भारत के भविष्य को रोका जा रहा है, जिसने व्यवस्थित तरीके से देश का लुटते हुए खुद को राष्ट्रीय ध्वज में लपेट लिया है.
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अदानी ग्रुप ने हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर दिया था जवाब
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट, जिसमें अदानी ग्रुप पर स्टॉक मैनिपुलेशन के आरोप लगे थे, इस पर अदानी ग्रुप ने कहा कि ये किसी विशेष कंपनी पर अनुचित हमला नहीं है बल्कि भारत, भारत के संस्थानों की स्वतंत्रता, प्रभुता और गुणवत्ता और भारत के लक्ष्य और ग्रोथ स्टोरी पर सोच समझकर किया गया हमला है.
अदानी ग्रुप ने रविवार को दिए अपने जवाब में कहा कि यह बहुत ही चिंता की बात है कि बिना किसी विश्वसनीयता या नैतिकता के हजारों मील दूर बैठी एक संस्था के बयानों ने हमारे निवेशकों पर गंभीर और अभूतपूर्व प्रतिकूल प्रभाव डाला है.
FPO से पहले जारी की रिपोर्ट
अदानी ने ये भी कहा कि हिंडनबर्ग ने उस समय रिपोर्ट जारी की, जब देश का सबसे बड़ा FPO आने वाला था. अदानी ग्रुप ने कहा कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ना तो स्वतंत्र है, ना ही आब्जेक्टिव और ना ही अच्छी तरह से रिसर्च करके बनाई गई है. इस रिपोर्ट पर अदानी ग्रुप ने कहा कि ये रिपोर्ट चुनिंदा गलत सूचनाओं का दुर्भावनापूर्ण संयोजन और निराधार और बदनाम आरोपों से संबंधित छिपे हुए तथ्यों को एक गुप्त मकसद चलाने के लिए बनाई गई है.