अगर आपके पास ज्यादा मेगापिक्सल वाला कैमरा नहीं है, तो भी आप कैमरे से अच्छी तस्वीर क्लिक कर सकते हैं. अच्छी तस्वीर क्लिक करने के लिए केवल ज्यादा मेगापिक्सल वाला कैमरा ही काफी नहीं है.
नई दिल्ली. जब आप मोबाइल फोन खरीदने जाते हैं तो सबसे पहले स्मार्टफोन के कैमरा के पिक्सेल के बारे में पूछते हैं. इसके अलावा कई बार आप अपने दोस्तों के सामने इस बात को लेकर भी धौंस जमाते हैं कि आपके फोन में सबसे ज्यादा मेगापिक्सल वाला कैमरा है. ज्यादातर लोगों को मानना है कि अगर आपके पास ज्यादा मेगापिक्सल वाला कैमरा है, तो आप कैमरे से अच्छी तस्वीर क्लिक कर सकते हैं. हालांकि, यह बिल्कुल गलत है. अगर आपके कैमरे में कम मेगापिक्सल हैं, तो भी आप बेहद शानदार तस्वीर क्लिक कर सकते हैं.
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दरअसल, पिक्सल क्वालिटी के अलावा कैमरे में और भी कई फीचर्स होते हैं, जिनकी मदद से आप बेस्ट क्वालिटी की तस्वीर क्लिक कर सकते हैं. बेस्ट इमेज क्वालिटी के लिए आपको अच्छे कैमरे के साथ-साथ शटर स्पीड और लेंस की भी जरूरत होती है. इसके अलावा अच्छा क्वालिटी की तस्वार के लिए सेंसर भी बेहद अहम होता है. इसलिए ज्यादा पिक्सल होने का मतलब ये नहीं होता कि आपके कैमरे की क्वालिटी बहुत अच्छी होगी और कम पिक्सल वाले कैमरे से तस्वीर अच्छी नहीं आएगी.
सेंसर के साइज से बनती फोटो क्वालिटी
फोटो की क्वालिटी बनाने के लिए कम मेगापिक्सल होने के बाद भी परफेक्ट फोटो क्लिक की जा सकती है. कैमरा में जितना ज्यादा मेगापिक्सल होगा वह फोटो में ऑब्जेक्ट की डिटेल उतनी ही ज्यादा कैप्चर करेगा और जितनी ज्यादा डिटेल होगी फोटो उतनी ही ज्यादा क्लियर आएगी, लेकिन, सेंसर का साइज तय करता है कि फोटो की क्वालिटी कैसी है.
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मान लीजिए किसी फोन में 48 मेगापिक्सल कैमरा है और उसका सेंसर साइज 64 मेगापिक्सल कैमरा से बड़ा है तो आपको 48 मेगापिक्सल कैमरे की इमेज क्वालिटी 64 मेगापिक्सल के कैमरा से शानदार मिलेगी.
क्रॉप करते वक्त होता है ज्यादा पिक्सल की जरुरत
बता दें कि किसी भी तस्वीर को क्रॉप करते वक्त पिक्सल की सबसे ज्यादा जरूरत होती है. ज्यादा मेगापिक्सल की किसी तस्वीर को आसानी से जूम कर उसका सिर्फ एक ही हिस्सा इस्तेमाल किया जा सकता है. ज्यादा पिक्सल होने से तस्वीर के छोटे हिस्से में भी पर्याप्त पिक्सल मिल जाते हैं और उसे बड़े साइज में प्रिंट करने पर यह पिक्सलेट भी नही होती है.