Benefits Of Mahamrityunjay Mantra : धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए उनके भक्तों को ज्यादा जतन नहीं करना पड़ता. भोलेनाथ एक लोटा जल से भी प्रसन्न हो जाते हैं. सोमवार के दिन मृत्युंजन मंत्र का विशेष लाभ प्राप्त होता है.
Mahamrityunjay Mantra : सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित किया गया है. इस दिन भोलेनाथ की पूजा-पाठ कर उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया जाता है. भगवान शिव अपने हर भक्त की समस्या को दूर कर उन्हें शुभ आशीर्वाद देते हैं. धार्मिक मान्यता के अनुसार, भोलेनाथ के महामृत्युंजय मंत्र का विधि-विधान से जप करने पर अकाल मृत्यु टल जाती है. इस मंत्र का जाप वैसे तो प्रतिदिन कर सकते हैं परंतु इस मंत्र को सोमवार के दिन जपने से इसका विशेष लाभ प्राप्त होता है. भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा बता रहे हैं इस मंत्र का अर्थ और इससे होने वाले लाभ के बारे में.
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ॐ हौं जूं सः ॐ भूर्भुवः स्वः ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्मृ त्योर्मुक्षीय मामृतात् ॐ स्वः भुवः भूः ॐ सः जूं हौं ॐ.
महामृत्युंजय मंत्र का अर्थ है
सृष्टि के पालनहार, तीन नेत्र वाले भगवान भोलेनाथ की हम पूजा करते हैं. पूरी दुनिया में सुरभि फैलाने वाले भगवान शिव हमें मृत्यु के बंधन से मुक्ति प्रदान करें, जिससे हमें मोक्ष प्राप्त हो.
इस विधि से करें महामृत्युंजय मंत्र का जाप
-धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, महामृत्युंजय मंत्र का जाप सवा लाख बार करना चाहिए.
-वैसे तो इस मंत्र का नियमित जाप लाभदायक होता है, परंतु सोमवार के दिन या फिर सावन माह में इस मंत्र का जाप अत्यंत ही कल्याणकारी माना जाता है.
-इस मंत्र का जाप हमेशा सोमवार के दिन से आरंभ करना चाहिए.
-महामृत्युंजय मंत्र के जाप में रुद्राक्ष की माला का उपयोग सर्वोत्तम माना गया है.
-भूलकर भी भक्त को दोपहर 12 बजे के बाद महामृत्युंजय मंत्र का जाप नहीं करना चाहिए.
-मंत्र का जाप पूर्ण होने के बाद हवन करना चाहिए.
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महामृत्युंजय मंत्र से होने वाले लाभ
-महामृत्युंजय मंत्र जाप का सबसे बड़ा लाभ है. इससे अकाल मृत्यु और अकाल मृत्यु का भय दोनों ही दूर हो जात हैं.
-इस मंत्र के जाप से महारोग, प्रॉपर्टी विवाद, गृह क्लेश, धन-हानि, ग्रहपीड़ा, ग्रहबाधा, सजा का भय, समस्त पापों से मुक्ति आदि समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है.