दिल्ली सरकार (Delhi Government) में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) को सीबीआई (CBI) ने शराब नीति मामले में तलब किया है. सीबीआई ने उन्हें 26 फ़रवरी को पूछताछ के लिए बुलाया है.
नई दिल्ली. दिल्ली सरकार (Delhi Government) में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) को सीबीआई (CBI) ने शराब नीति मामले में तलब किया है. सीबीआई ने उन्हें रविवार 26 फ़रवरी को पूछताछ के लिए बुलाया है. इस पर मनीष सिसोदिया ने कहा है कि वे सीबीआई के समक्ष जरूर जाएंगे. दरअसल सिसोदिया से इस मामले में कल ही पूछताछ किए जाने की उम्मीद थी, लेकिन उन्होंने दिल्ली के बजट का हवाला देते हुए और समय मांगा था, जिस पर वह काम कर रहे हैं. सिसोदिया अरविंद केजरीवाल सरकार में वित्त विभाग संभालते हैं.
एजेंसी ने उनके अनुरोध पर सहमति जताते हुए कहा था कि वह नई तारीख की घोषणा करेगी. सीबीआई ने कहा था कि सिसोदिया को शनिवार को बुलाया गया था, लेकिन वे दिल्ली सरकार के बजट की तैयारियोंं में व्यस्त थे. उन्होंने आग्रह किया था कि पेशी के लिए वे कुछ समय चाहते हैं. वहीं मनीष सिसोदिया ने कहा था कि ‘दिल्ली का बजट तैयार किया जा रहा है, इसलिए मैंने सीबीआई से समय मांगा था. मुझे मालूम है कि सीबीआई मुझे गिरफ्तार कर लेगी; उससे पहले मैं दिल्ली सरकार का बजट फाइनल कर लेना चाहता हूं.’
सिसोदिया बोले- जांच में सहयोग किया है, सहयोग करूंगा
सिसोदिया ने इसके साथ ही कहा, ‘मेरे खिलाफ CBI और ED ने पूरी ताकत लगा रखी है, घर पर रेड, बैंक लॉकर तलाशी, कहीं मेरे खिलाफ अभी तक कुछ नहीं मिला है. मनीष सिसोदिया ने कहा है कि मैंने जांच में हमेशा सहयोग किया है और करूंगा.’ बता दें कि सीबीआई की तरफ से दर्ज एफआईआर के आधार पर केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी (ED) भी मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत मामले की जांच कर रही है. ईडी इस मामले में अब तक 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. इस मामले में पूर्व एक्ससाइज कमिश्नर अरवा गोपी कृष्णा, कमिश्नर पंकज भटनागर, विजय नायर, अमनदीप ढल, मनोज राय, आनंद तिवारी, समीर महेन्द्रू, अमित अरोड़ा, दिनेश अरोड़ा, मेसर्स महादेव लिकर्स, सनी मारवाह, अरुण रामचन्द्र पिल्लई और अज्ञात सरकारी सहित प्राइवेट पर्सन को आरोपी बनाया है.
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सिसोदिया ने पहले भी हो चुकी है पूछताछ, घर की ली गई थी तलाशी
आबकारी विभाग का भी कामकाज देख रहे सिसोदिया से इससे पहले पिछले साल 17 अक्टूबर को भी इस मामले में पूछताछ की गयी थी तथा उनके घर एवं बैंक लॉकर की तलाशी ली गयी थी. सिसोदिया को आरोप पत्र में बतौर आरोपी नामजद किया गया है तथा उनके एवं अन्य संदिग्धों के खिलाफ जांच अभी जारी है. यह आरोप है कि शराब व्यापारियों को लाइसेंस देने की दिल्ली सरकार की आबकारी नीति में कुछ डीलर का पक्ष लिया गया, जिन्होंने इसके लिए कथित रूप से रिश्वत दी थी. इस आरोप का आम आदमी पार्टी ने लगातार खंडन किया है.