RBI Repo Rate Hike: फरवरी महीने में रिकॉर्ड उच्च तापमान होने के चलते भारतीय रिजर्व बैंक भविष्य में रेपो रेट में इजाफा कर सकता है. घरेलू रेटिंग एजेंसी ने इस बात की जानकारी दी है. रेटिंग एजेंसी ने बताया कि रिकॉर्ड उच्च तापमान से गेहूं उत्पादन पर असर पडे़गा. गेहूं की कीमतों में जो बढ़ोतरी हुई है, वो दिसंबर और जनवरी में रही कुल खुदरा महंगाई दर से 10 फीसदी ज्यादा रही. मौसम विभाग ने बताया कि 122 सालों में फरवरी 2023 का महीना काफी गर्म रहा और सभी को आगे बढ़ने वाली और अधिक गर्म हवाओं के लिए तैयार रहने को कहा.
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गेहूं की कीमतों में बढ़ोतरी संभव
IMD डाटा की प्रेस रिलीज से पहले एक नोट में इंडिया रेटिंग्स (India Ratings) ने कहा कि देश फिर से टर्मिनल हीट स्ट्रेस से गुजरेगा. इसके अलावा नोट में ये बताया कि पंजाब, जहां सबसे ज्यादा गेहूं उत्पादन होता है, वहां अधिकतम तापमान 4-5 डिग्री सेल्सियस ज्यादा था.
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नोट में बताया गया कि टर्मिनल हीट स्ट्रेस से गेहूं के उत्पादन पर असर पड़ेगा. गेहूं का उत्पादन 112.2 मीट्रिक टन के सेकंड एडवांस एस्टिमेट के सामने इस बार 107.7 मीट्रिक टन हो सकता है. ऐसे में गेहूं के उत्पादन में गिरावट की वजह से कीमतों में तेजी देखने को मिल सकती है.
रेपो रेट बढ़ाने पर चर्चा संभव
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एजेंसी ने बताया कि पिछली पॉलिसी रिव्यू के दौरान भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट का इजाफा किया था. इस बढ़ोतरी के साथ रेपो रेट 6.5 फीसदी हो गई थी. इसके बाद कई एक्सपर्ट्स का मानना था कि अब RBI रेपो रेट में बढ़ोतरी नहीं करेगा. बता दें कि मई 2022 से रेपो रेट में इजाफा हो रहा है. अब तक रेपो रेट में 2.5 फीसदी तक की बढ़ोतरी की जा चुकी है.
सब्जियों के दाम बढ़ सकते हैं
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रेटिंग एजेंसी का मानना है कि गेहूं के उत्पादन में गिरावट की वजह से सब्जियों की कीमतों में तेजी देखने को मिल सकती है. गर्मी के मौसम में सब्जी के दाम बढ़ने शुरू होंगे और CPI में उनका योगदान पॉजिटिव होगा और लगातार 2 महीने बाद निगेटिव योगदान देगा.