Patanjali Foods Share Freeze सेबी का नियम कहता है कि बाजार में लिस्टेड किसी भी कंपनी के 25 फीसदी स्टॉक पर हर हाल में पब्लिक शेयर होल्डिंग होनी चाहिए. कंपनी ने बाजार में लिस्टेड होने के बावजूद इस नियम को फॉलो नहीं किया और ज्यादातर हिस्सेदारी अपने प्रवर्तकों के पास बनाए रखी है. इसी लापरवाही की वजह से कार्रवाई हुई है.
नई दिल्ली. शेयर बाजार (Share Market) के नियमों का पालन नहीं करने पर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने पतंजलि फूड (Patanjali Foods) के करीब 29.25 करोड़ शेयरों को फ्रीज कर दिया है. इन शेयरों में आज से ट्रेडिंग नहीं हो रही है. एक्सचेंज की ओर से फ्रीज किए गए शेयर कंपनी के प्रमोटर्स ग्रुप के हैं. इसमें पतंजलि आयुर्वेद (Patanjali Ayurved) के स्टॉक भी शामिल हैं.
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सेबी का नियम कहता है कि बाजार में लिस्टेड किसी भी कंपनी के 25 फीसदी स्टॉक पर हर हाल में पब्लिक शेयर होल्डिंग होनी चाहिए. दिसंबर, 2022 के अंत तक पतंजलि फूड ने इन नियमों का पालन पूरा नहीं किया और उसके शेयरों में पब्लिक हिस्सेदारी महज 19.18 फीसदी रही. कंपनी ने इन नियमों को धता बताते हुए ज्यादातर हिस्सेदारी अपने प्रमोटर्स के पास बनाए रखी है और यही कारण रहा कि दो ही स्टॉक एक्सचेंजों ने प्रर्वतकों के शेयरों को फ्रीज कर दिया. इससे कंपनी के 29 करोड़ से ज्यादा शेयरों में आज सुबह से ट्रेडिंग यानी लेनदेन बंद कर दिया गया.
कंपनी की सफाई…कोई असर नहीं
एक्सचेंज की इस कार्रवाई पर कंपनी ने अपना पक्ष रखा है. कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि स्टॉक एक्सचेंज के फैसले का कंपनी के फाइनेंशियल प्रोफाइल पर कोई असर नहीं होगा. कंपनी ने कहा है कि 8 अप्रैल तक प्रमोटर्स के शेयरों पर लॉक इन लगा है. लिहाजा इसका कोई असर नहीं होगा. हालांकि, हम पब्लिक शेयर होल्डिंग के नियमों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और अगले कुछ समय में इसे पूरा कर लेंगे. फिलहाल इस नियम को पूरा न करने पर 21 प्रवर्तकों के शेयरों पर रोक लगा दी. प्रवर्तकों की लिस्ट में पतंजलि आयुर्वेद की 39.4 फीसदी हिस्सेदारी है.
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कैसे खड़ी हुई समस्या
राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (NCLT) ने दिसंबर, 2017 में पतंजलि फूड्स के खिलाफ दिवालिया कार्रवाई शुरू की थी. पहले इस कंपनी को रुचि सोया के नाम से जाना जाता था. जुलाई, 2019 में NCLT ने पतंजलि आयुर्वेद के समाधान योजना को मंजूरी दे दी. सेबी का नियम कहता है कि बाजार में लिस्ट होने के 3 साल के भीतर कंपनी में पब्लिक शेयरहोल्डिंग 25 फीसदी या उससे ज्यादा हो जानी चाहिए. पतंजलि फूड्स ने इस कमी को पूरा करने के लिए मार्च, 2022 में FPO लांच किया. इसके जरिये 6.62 करोड़ शेयर जारी किए और पब्लिक शेयर होल्डिंग 19.18% हो गई, लेकिन अब भी यह तय निमयों से काफी पीछे है.
निवेशकों पर क्या असर
वैसे तो एक्सचेंजों ने प्रवर्तकों के ही शेयरों को फ्रीज किया है और पब्लिश शेयरहोल्डिंग वाले स्टॉक में अब भी ट्रेडिंग जारी है. लिहाजा इसका सीधे तौर पर तो निवेशकों पर खास असर नहीं दिख रहा, लेकिन इस कार्रवाई के बाद आज कंपनी के शेयरों में तगड़ी गिरावट दिख रही है. NSE पर सुबह 11.25 बजे पतंजलि फूड्स के शेयर 3.87 फीसदी गिरावट के साथ 927.05 रुपये के भाव पर थे तो BSE पर 4.57% गिरकर 917 रुपये के भाव पर रहे.