Durg News: भले ही जादू टोने पर प्रताड़ना को लेकर कानून बनाए गए हैं, लेकिन ग्रामीण इलाकों में इस कानून का भय है. आए दिन अलग-अलग इलाकों से प्रताड़ना के कई मामले सामने आते रहते हैं.
दुर्ग. छत्तीसगढ़ में भले ही टोनही प्रताड़ना को लेकर कानून बना दिए गए हों, लेकिन ग्रामीण इलाकों में इस कानून का भय नजर नहीं है. आए दिन अलग-अलग इलाकों से टोनही प्रताड़ना के कई मामले सामने आते रहते हैं. ताजा मामला दुर्ग जिले के ग्राम करहिडीह से सामने आया है, जहां पर एक निषाद परिवार की महिला को काला जादू करने वाली (टोनही) कहकर, पीड़ित महिला को नुकीले कीलों और अंगारों पर नंगे पैर चलाया गया. महिला का पैर काफी जख्मी हो गया है. जख्मी महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
मामला उजागर होने के बाद अब पुलिस ने ससुराल पक्ष के चार लोगों के खिलाफ काला जादू प्रताड़ना अधिनियम के तहत केस दर्अद किया है.
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जानकारी के मुताबिक, दुर्ग के जेवरा सिरसा चौकी क्षेत्र के करहीडीह गांव की एक महिला को उसके ससुराल पक्ष के लोग टोनही (काला जादू) होने की शंका में उसे दुर्ग के कैलाश नगर में झाड़ फूंक के लिए ले गए. उन्होंने एक नाबालिग तांत्रिक से मुलाकात और झाड़ फूंक का दौर शुरू हुआ. इस दौरान महिला से भूतप्रेत का साया निकालने के लिए महिला को कई बार जलते हुऐ कोयले पर चलवाया गया. इतना ही नहीं, लोहे के कील पर भी चलवा कर महिला के पैर को बुरी तरह से छलनी कर दिया.
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घटना के अगले दिन 21 मार्च को पीड़ित महिला किसी तरह से जेवरा सिरसा चौकी पहुंची और शिकायत दी. मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज किया है. मामले के चारों आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है. आरोपियों में एक नाबालिक भी शामिल है. वहीं पीड़ित महिला का इलाज दुर्ग जिला चिकित्सालय में जारी है.