एक नए अध्ययन से पता चला है कि अमेरिका में 2019 के बाद से कोविड-19 के 10 करोड़ से अधिक मामले सामने आए हैं. जानते हैं क्या कहता है नया अध्ययन
वाशिंगटन, 30 मार्च (भाषा): कोरोनावायरस की दहशत अभी तक बनी हुई है. इस वायरस पर नए-नए अध्यन होते रहते हैं. ऐसे में गर्भावस्था के दौरान कोरोना वायरस से संक्रमित हुईं महिलाओं के बच्चों में मोटापे की समस्या अधिक होने की आशंका है. एक नए अध्ययन में यह जानकारी सामने आई है. अमेरिका में 2019 के बाद से कोविड-19 के 10 करोड़ से अधिक मामले सामने आए हैं और स्वास्थ्य पर इस संक्रमण के दीर्घकालिक असर के बारे में जानकारी सीमित है.
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बोस्टन स्थित मैसाचुसेट्स जनरल हॉस्पिटल की प्रबंध निदेशक लिंडसे टी फोरमैन ने कहा, ‘‘हमारे अध्ययन के निष्कर्ष में पता चला है कि गर्भ में ही कोरोना वायरस के संपर्क में आने वाले बच्चों में मोटापा, मधुमेह और हृदय संबंधी रोग का खतरा अधिक होता है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘गर्भवती महिलाओं और उनके बच्चों पर कोविड-19 के असर को समझने के लिए अब भी काफी अनुसंधान किए जाने की जरूरत है.’’ अनुसंधानकर्ताओं ने अध्ययन में उन 150 नवजात शिशुओं को शामिल किया जिनकी माताएं गर्भावस्था के दौरान कोविड-19 से ग्रसित थीं.
इस तुलनात्मक अध्ययन में उन 130 बच्चों को भी शामिल किया गया, जो गर्भ में संक्रमण के संपर्क में नहीं आए थे. अध्ययन में पाया गया कि गर्भ में संक्रमण के संपर्क में आए शिशुओं में जन्म के समय अपेक्षाकृत वजन कम था, लेकिन एक साल में उनका वजन अपेक्षाकृत अधिक बढ़ा. यह अध्ययन ‘एंडोक्राइन सोसाइटीज जर्नल ऑफ क्लिनिकल एंडोक्रायनोलॉजी एंड मेटाबोलिज्म’ में प्रकाशित हुआ है.