Aligarh News: डॉ अलोक कुलश्रेष्ठ बताते है कि वर्तमान में मोबाइल फोन की स्क्रीन को अधिक देर तक देखना, नींद पूरी नहीं होने से भी रोगी बढ़े है. इलाज के बाद स्वस्थ हो चुके लोगों को दोबारा दौरे पड़ने के मामले देखे गए हैं.
अलीगढ़. आज के दौर में मोबाइल प्रत्येक व्यक्ति के जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है. आज की इस डिजिटल दुनिया मे इलेक्ट्रोनिक गेजेड ने जहां काम आसान कर दिए हैं तो वहीं ये नुकसान का सबब भी बन सकते है. जीवन के बहुत से काम के आलावा मनोरंजन का साधन भी है मोबाइल, बड़े बुज़ुर्गो से लेकर छोटे बच्चे तक मोबाइल के आदि हो चुके है.
लेकिन क्या आप जानते है कि मोबाइल फोन का अत्याधिक इस्तेमाल करने से आपकी सेहत को भारी नुकसान हो सकता है. ये हम आपको बता रहे हैं. यदि आपने अभी ध्यान नहीं दिया तो आपका आने वाला समय बेहद ही पीड़ादायक हो सकता है, तो अभी से सावधान हो जाइए. मोबाइल फोन से निकलने वाले रेज से यूजर्स की सेहत को भारी नुकसान हो सकता है. जी हां इसके साथ-साथ आप कई प्रकार की बीमारियों के शिकार हो सकते हैं. मोबाइल का ज्यादा इस्तेमाल से मिर्गी के दौरे आ सकते हैं.
ये भी पढ़ें– Best Mileage वाली 7 सीटर गाड़ियां, 1 लीटर में 26KM तक चलेंगी, कीमत 5.92 लाख से शुरू
बच्चों को होता है ज्यादा खतरा
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ आलोक कुलश्रेष्ठ ने बताया कि भारत में प्रति एक हजार लोगों पर 6 लोगों को ये बीमारी है. बच्चों में इसका खतरा अधिक है. इसके आलावा मोबाइल के अत्याधिक इस्तेमाल से दौरे पड़ने की संभावना बढ़ जाती है.
जानिए मुख्य कारण
डॉ अलोक कुलश्रेष्ठ बताते है कि वर्तमान में मोबाइल फोन की स्क्रीन को अधिक देर तक देखना, नींद पूरी नहीं होने से भी रोगी बढ़े है. इलाज के बाद स्वस्थ हो चुके लोगों को दोबारा दौरे पड़ने के मामले देखे गए हैं. रोग का इलाज संभव है, कम से कम तीन साल दवा का सेवन करना पड़ता है. मिर्गी की बीमारी का मुख्य कारण तनाव है. अधिकतर यह बीमारी 12 से 18 वर्ष के बीच होती है. मिर्गी की दवाइयां कम से कम तीन साल तक खानी होती है. किसी मरीज को अधिक दौरे पड़ते हैं तो पांच-छह साल तक भी इलाज चल सकता है. मिर्गी रोग से बचाव के इंजेक्शन, नोजल स्प्रे भी आ रही है. अन्य रोगों की तरह इस रोग में भी मरीज को चिकित्सक के बताए अनुसार मेडिसिन का सेवन करना पड़ता है.