कमोडिटी बाजार के विशेषज्ञों के अनुसार, सोने की कीमतों में अभी भी तेजी का रुख कायम है और भाव से जुड़े अहम लेवल टूटने के बाद गोल्ड की कीमतों में बड़ी तेजी देखने को मिल सकती है.
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नई दिल्ली. अमेरिका में बैंकिंग संकट की खबरों के बाद दुनियाभर के शेयर बाजारों में भारी उथल-पुथल के कारण गोल्ड फिर से निवेशकों के लिए सुरक्षित विकल्प साबित हुआ और इसके भाव में जबरदस्त तेजी देखने को मिली. आर्थिक मंदी के डर के कारण सोने की कीमतों ने चालू वर्ष (CY) 2023 की पहली तिमाही में रिटर्न के मामले सभी एसेट क्लास में बेहतर प्रदर्शन किया है. एमसीएक्स पर जनवरी से मार्च के दौरान सोने की कीमतें ₹54,975 से ₹59,371 प्रति 10 ग्राम स्तर पर पहुंच गई. मार्च 2023 तिमाही में गोल्ड ने लगभग 8 प्रतिशत का रिटर्न दिया है.
कमोडिटी बाजार के विशेषज्ञों के अनुसार, सोने की कीमतों में अभी भी तेजी का रुख है और घरेलू व अंतरराष्ट्रीय बाजार में गोल्ड के भाव से जुड़े अहम लेवल टूटने के बाद सोने की कीमतों में बड़ी तेजी देखने को मिल सकती है.
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सोने के भाव में तेजी क्यों?
सोने के भाव में लगातार तेजी को लेकर मार्केट एक्सपर्ट सुगंधा सचदेवा ने मिंट से कहा, “सोने की कीमतों में मार्च में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई और इस साल की पहली तिमाही में यह सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाली संपत्तियों में से एक रही, जो लगभग 8 प्रतिशत बढ़ी. यूएस फेड के नरम तेवर, महंगाई से जुड़ी चिंता, ग्लोबल इकोनॉमी में मंदी की चिंता और केंद्रीय बैंकों द्वारा गोल्ड की मजबूत खरीदारी से सोने की कीमतों में उछाल आया है. क्योंकि ऐसे समय में गोल्ड को सबसे सुरक्षित निवेश माना जा रहा है.
कहां तक जाएगा गोल्ड का भाव?
कमोडिटी मार्केट के एक्सपर्ट्स का मानना है कि फिलहाल एमसीएक्स पर सोने की कीमत के लिए अब 60,600 बड़ा रेजिस्टेंस है, जबकि अंतरराष्ट्रीय हाजिर बाजार में सोने की कीमतों में 2,000 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है. अगर यह लेवल टूटते हैं तो सोने के भाव में और तेजी आएगी.
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वहीं, स्वस्तिक इन्वेस्टमार्ट के सीनियर कमोडिटी रिसर्च एनालिस्ट निरपेंद्र यादव ने कहा, “जैसा कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था दबाव में है, निवेशकों को उम्मीद है कि फेड अब ब्याज दरों में बढ़ोतरी पर नरम होगा. वहीं, कोविड-19 प्रतिबंधों से उभरने के बाद चीन की अर्थव्यवस्था में स्थिर वृद्धि दिखाई दे रही है, जिससे फिजिकल गोल्ड की मांग बढ़ रही है.
आईआईएफएल सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट-रिसर्च, अनुज गुप्ता ने कहा, सोने की कीमत में तेजी की उम्मीद करते हुए शॉर्ट से मीडियम टर्म में एक नए शिखर पर चढ़ने की उम्मीद है.