Spice Express and Logistics: फाइनेंशियल क्राइसेस के बीच एक विमान लीजर की तरफ से दायर दिवाला याचिका का सामना कर रही स्पाइसजेट हाल में स्पाइसएक्सप्रेस से अलग हो गई थी. एयरलाइन ने पिछले हफ्ते कहा था कि दिवाला याचिका दायर करने की उसकी कोई योजना नहीं है.
SpiceJet Ticket Price: लो कास्ट एयरलाइन कंपनी स्पाइसजेट (SpiceJet Airline) ने कहा कि उसकी सहायक कंपनी स्पाइस एक्सप्रेस एंड लॉजिस्टिक्स (Spice Express and Logistics) ब्रिटेन के एक ग्रुप से 10 करोड़ डॉलर का निवेश जुटाएगी. फाइनेंशियल क्राइसेस के बीच एक विमान लीजर की तरफ से दायर दिवाला याचिका का सामना कर रही स्पाइसजेट हाल में स्पाइसएक्सप्रेस से अलग हो गई थी. एयरलाइन ने पिछले हफ्ते कहा था कि दिवाला याचिका दायर करने की उसकी कोई योजना नहीं है और जमीन पर खड़े 25 विमानों का फिर से परिचालन शुरू करने के लिए वह 5 करोड़ डॉलर का निवेश करेगी.
स्पाइस एक्सप्रेस 10 करोड़ डॉलर का निवेश करेगी
एयरलाइन ने एक प्रेस नोट जारी कर कहा कि ब्रिटेन स्थित एसआरएएम एंड एमआरएएम समूह (SRAM & MRAM Group) स्पाइस एक्सप्रेस में 10 करोड़ डॉलर का निवेश करेगा. बयान के अनुसार दोनों पक्षों ने निवेश सौदे के तहत एक सहमति पत्र (MOU) पर साइन किए हैं. दूसरी तरफ एक और एयरलाइन गो फर्स्ट की दिवाला याचिका एनसीएलटी (NCLT) की तरफ से स्वीकार कर ली गई है. आर्थिक तंगी से जूझ रही गो फर्स्ट की तरफ से DGCA को जवाब सौंपने की आज अंतिम तिथि है.
गोफर्स्ट से 15 मई तक जवाब मांगा गया
दरअसल, DGCA ने उड़ान रोकने पर गोफर्स्ट से 15 मई तक जवाब मांगा था. एयरलाइन को गैर-जिम्मेदार तरीके से ऑपरेशन बंद करने और यात्रियों के टिकट का पैसा वापसी की व्यवस्था नहीं करने पर DGCA ने नोटिस दिया था. DGCA और सरकार दोनों गो फर्स्ट मामले पर नजरें बनाए हुए हैं. सूत्रों का यह भी दावा है कि सरकार उन सभी रूट पर नजर बनाए हुए हैं जहां पर Go First की उड़ाने थीं.
इससे पहले उड़ानों का परिचालन निलंबित करने वाली एयरलाइन गो फर्स्ट ने लीज पर विमान देने वाली कंपनी से कई विमानों का रजिस्ट्रेशन खत्म करने का अनुरोध किया है. इससे एयरलाइन के पास मौजूद प्लेन की संख्या घट जाएगा. सूत्रों का दावा है कि कंपनी की तरफ से अब तक 36 विमानों का रजिस्ट्रेशन खत्म करने का अनुरोध किया जा चुका है.