दिल्ली में कुछ बैंक शाखाओं में 2,000 रुपये के नोटों को बदलाने के लिए पहले दिन छोटी-छोटी कतारें देखी गईं. नोट बदलने के लिए लोगों के पास 4 महीने का समय है.
नई दिल्ली. देश में 2000 के नोट को वापस लेने के ऐलान के बाद इन नोटों को बैंकों में आज से बदलने की प्रोसेस शुरू हो गई है. देश की राजधानी दिल्ली में कुछ बैंक शाखाओं में 2,000 रुपये के नोटों को छोटे मूल्य वर्ग के नोटों से बदलने के पहले दिन छोटी-छोटी कतारें देखी गईं. बैंक शाखाएं सुबह जब खुलीं तो नोट बदलने के लिए कोई खास भीड़ नहीं देखी. महानगरों में निजी क्षेत्र के बैंकों की शाखाओं में सामान्य रूप से कारोबार हुआ.
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सार्वजनिक क्षेत्र के एक बैंक के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि फिलहाल बहुत अधिक भीड़ नहीं देखी गई है, क्योंकि नोट बदलने के लिए 4 महीने का समय है और 2,000 रुपये की मुद्रा भी चलन में अपेक्षाकृत कम है. पिछली बार 2016 में हुई नोटबंदी से अलग इस बार 2,000 रुपये के नोट कानूनी रूप से वैध बने हुए हैं. अधिकारी ने कहा कि अभी शाखाओं में ज्यादा भीड़ नहीं है और मौजूदा दिशा-निर्देशों के अनुसार जमा स्वीकार की जा रही है.
RBI ने बैकों को दिए खास निर्देश
इस बीच आरबीआई ने बैंकों को सलाह दी है कि वे 2,000 रुपये का नोट बदलने या जमा करने आए लोगों को धूप से बचाने के लिए ‘शेड’ का इंतजाम करें. साथ ही कतार में लगे लोगों के लिए पीने के पानी की भी व्यवस्था की जाए. रिजर्व बैंक ने सोमवार को जारी अधिसूचना में कहा, ‘‘बैंकों को अपनी शाखाओं में इंतजार करने वाले ग्राहकों के लिए शेड और पानी की व्यवस्था करने की सलाह दी गई है.” इसके अलावा बैंकों को नोट बदलने की सुविधा सामान्य तरीके से काउंटर पर उपलब्ध कराने को कहा गया है. इसके अलावा बैंकों को रोजाना जमा किए जाने वाले और बदले जाने वाले 2,000 के नोटों का ब्यौरा रखने को कहा गया है.
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बता दें कि 2016 में नोटबंदी के दौरान बैंकों में नोट बदलने के लिए लंबी-लंबी कतारें लगी थीं और इस दौरान लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था. गत शुक्रवार को 2,000 रुपये के नोटों को वापस लेने की घोषणा के बावजूद यह वैध मुद्रा बनी रहेगी, जबकि 2016 में नोटबंदी की घोषणा के बाद ऐसा नहीं था.