Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में इसी साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर कांग्रेस में सबकुछ ठीक नजर नहीं आ रहा है.
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Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में इसी साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर कांग्रेस में सबकुछ ठीक नजर नहीं आ रहा है. पार्टी नेतृत्व से नाराज चल रहे पूर्व डिप्टी सीएम जल्द ही बड़ा झटका दे सकते हैं. न्यूज एजेंसी PTI ने सूत्रों के हवाले से इसकी जानकारी दी. रिपोर्ट के मुताबिक पायलट 11 तारीख को बड़ा ऐलान कर सकते हैं. 11 जून को सचिन के पिता राजेश पायलट की पुण्यतिथि है. वहीं, बीते दो महीने के घटनाक्रम पर नजर डाले तो 11 तारीख का एक खास पैटर्न दिखाई देता है. दरअसल, 11 अप्रैल को सचिन पायलट भ्रष्टाचार की मांग को लेकर धरने पर बैठे. इसके बाद उन्होंने मई की 11 तारीख से भ्रष्टाचार की जांच के लिए अजमेर से जयपुर तक की पैदल यात्रा की. अब 11 जून काफी नजदीक है और वह कुछ बड़ा फैसला ले सकते हैं.
अटकलों के बीच हालांकि पूर्व डिप्टी सीएम के करीबी सूत्रों ने बताया कि वह अपनी मांगों को लेकर अडिग हैं और इन पर कांग्रेस आलाकमान के फैसले का इंतजार कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि फिलहाल उनका पूरा ध्यान उन मांगों पर है, जो वह पिछले कुछ महीनों से लगातार उठा रहे हैं. पायलट ने हाल में तीन मांगें रखी थीं, जिनमें राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) को भंग करना और इसका पुनर्गठन, सरकारी परीक्षा के पेपर लीक होने से प्रभावित युवाओं को मुआवजा देना और वसुंधरा राजे नीत पिछली भाजपा सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की उच्चस्तरीय जांच कराना शामिल है.
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नई पार्टी गठित करने की संभावना से जुड़ी खबरों के बारे में पूछे जाने पर पायलट के करीबी एक सूत्र ने कहा, ‘पायलट ने जो मुद्दे उठाए हैं, उन पर कांग्रेस नेतृत्व के फैसले का इंतजार कर रहे हैं.’ उधर, पायलट के करीबी माने जाने वाले राजस्थान के कृषि राज्य मंत्री मुरारी लाल मीणा ने कहा कि इस बात में कोई दम नहीं है कि पायलट नई पार्टी का गठन करने जा रहे हैं. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘मुझे नहीं पता कि ये अटकलें कहां से शुरू हुई हैं. इनमें कोई दम नहीं है.’
मालूम हो कि पिछले दिनों कांग्रेस ने गहलोत और पायलट के साथ पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे एवं पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की मैराथन बैठक के बाद कहा था कि दोनों नेता आगामी विधानसभा चुनाव एकजुट होकर लड़ने पर सहमत हैं. साथ ही उनके बीच के मुद्दों का समाधान आलाकमान करेगा. पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने यह भी कहा था कि गहलोत और पायलट पार्टी के प्रस्ताव पर सहमत हो गए हैं. हालांकि, उन्होंने इस बारे में कोई ब्योरा नहीं दिया था.
नई पार्टी गठित करने की संभावना से जुड़ी खबरों के बारे में पूछे जाने पर पायलट के करीबी एक सूत्र ने कहा, ‘पायलट ने जो मुद्दे उठाए हैं, उन पर कांग्रेस नेतृत्व के फैसले का इंतजार कर रहे हैं.’ उधर, पायलट के करीबी माने जाने वाले राजस्थान के कृषि राज्य मंत्री मुरारी लाल मीणा ने कहा कि इस बात में कोई दम नहीं है कि पायलट नई पार्टी का गठन करने जा रहे हैं. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘मुझे नहीं पता कि ये अटकलें कहां से शुरू हुई हैं. इनमें कोई दम नहीं है.’
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मालूम हो कि पिछले दिनों कांग्रेस ने गहलोत और पायलट के साथ पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे एवं पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की मैराथन बैठक के बाद कहा था कि दोनों नेता आगामी विधानसभा चुनाव एकजुट होकर लड़ने पर सहमत हैं. साथ ही उनके बीच के मुद्दों का समाधान आलाकमान करेगा. पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने यह भी कहा था कि गहलोत और पायलट पार्टी के प्रस्ताव पर सहमत हो गए हैं. हालांकि, उन्होंने इस बारे में कोई ब्योरा नहीं दिया था.