कोलकाता: पश्चिम बंगाल में अगले कुछ महीनों के अंदर बड़ा सियासी भूचाल आने के संकेत मिल रहे हैं। पहली जून को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के प्रमुख संजय मिश्रा अचानक कोलकाता पहुंचे। दो दिनों तक लगातार उन्होंने अपने अफसरों से मशविरा किया। कुछ जरूरी निर्देश भी दिए। ईडी बंगाल में किसी बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है। नियुक्तियों में घोटाले, पशु और कोयला तस्करी, विदेशों में पैसे की लेन-देन, चिटफंड घोटाले जैसे अनगिनत मामले ईडी के पास हैं, जिनके तार ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के छोटे-बड़े नेताओं से जुड़े हुए हैं। टीएमसी के छोटे-बड़े अनगिनत नेता भ्रष्टाचार के लपेटे में हैं। ईडी की जांच जहां से भी शुरू हो, उसमें टीएमसी के दूसरे नेता स्वतः जुड़ते जाते हैं। ईडी जिस योजना पर काम कर रही है, अगर जुलाई के बाद और लोकसभा चुनाव के पहले टीएमसी के कुछ कद्दावर नेताओं की गिरफ्तारी हो जाए तो आश्चर्य की बात नहीं होगी।
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ममता के भतीजे अभिषेक बनर्जी ईडी के निशाने पर
ममता बनर्जी के भतीजे हैं अभिषेक बनर्जी। वे सांसद के साथ टीएमसी के महासचिव भी हैं। सूत्रों के मुताबिक किसी भी मामले में ईडी की जांच शुरू होती है तो उसका एक छोर अभिषेक से जुड़ जाता है। वह चाहे नियुक्तियों में सारे मानकों को नजरअंदाज कर पैसे पर नौकरी देने की बात हो या कोयला-पशु तस्करी के पैसे का लेनदेन, हर जांच में कहीं न कहीं अभिषेक बनर्जी का नाम जुड़ जाता है। हालांकि कुछ घोषित मामलों को छोड़ कर अधिकतर में अभी ईडी ने उनका नाम उजागर नहीं किया है। इसलिए जांच अभी जारी है और अक्सर कोई न कोई भ्रष्टाचार का नया मामला सामने आ रहा है।
अभिषेक की पत्नी को ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया
अभिषेक बनर्जी की पत्नी हैं रुजिरा नरूला बनर्जी। ईडी पहले भी उनसे पूछताछ कर चुकी है। दो दिन पहले रुजिरा बैंकाक जाने के लिए एयरपोर्ट पहुंचीं तो इमिग्रेशन ने उन्हें रोक दिया। वापस घर आईं तो ईडी का नोटिस उन्हें मिला। 8 जून को ईडी ने उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया है। उनके पति अभिषेक बनर्जी लंबे समय से ईडी की पूछताछ से बचते रहे। उनसे पूछताछ न हो, इसके लिए वे सुप्रीम कोर्ट तक गए, लेकिन राहत नहीं मिली। आखिरकार वे सशरीर ईडी कार्यालय गए। तकरीबन 9-10 घंटे तक उनसे पूछताछ हुई। अब रुजिरा से ईडी की पूछताछ होनी है। बंगाल की सीएम और रुजिरा की चाची सास ममता बनर्जी ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है।
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ममता ने रुजिरा को रोके जाने पर कड़ी आपत्ति जताई
अभिषेक बनर्जी की बुआ और बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने रुजिरा नरूला बनर्जी को कोलकाता हवाई अड्डे पर रोक दिए जाने पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्हें इस बात पर भी आपत्ति है कि रुजिरा ने बैंकाक जाने से काफी पहले ईडी को इन्फॉर्म किया था। पहले उन्हें पूछताछ के लिए बुलाने की जानकारी नहीं दी गई। एयरपोर्ट पर उन्हें रोका गया और बाद में 8 जून को पूछताछ के लिए दिल्ली तलब किया गया। रुजिरा को रोके जाने को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तीखी नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा है कि रुजिरा ने जांच एजेंसी ईडी को विदेश यात्रा की जानकारी काफी पहले दे दी थी। ईडी ने जानबूझकर ऐसा किया है। ममता ने बताया कि रुजिरा एक पंजाबी मूल की लड़की हैं। अभी उनकी मां की तबीयत बहुत खराब है। इसीलिए वह ईडी को सूचना देकर बैंकाक जा रही थीं। ममता ने यह भी बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने रुजिरा के विदेश जाने की सशर्त अनुमति भी दी थी। सर्वोच्च न्यायालय ने कहा था कि वह कभी विदेश जाती हैं तो इसकी जानकारी ईडी को पहले दे देंगी। रुजिरा ने कोर्ट के आदेश को ध्यान में रखते हुए काफी पहले ईडी को इसकी जानकारी दे दी थी। उस वक्त भी ईडी की मंशा साफ होती तो उन्हें जाने की इजाजत नहीं देता। ईडी तो अब एयरपोर्ट पर नोटिस थमाता है, जो निहायत अमानवीय कदम है।
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ईडी ममता की घेराबंदी में जुटा, बड़ी कार्रवाई के संकेत
भरोसेमंद सूत्रों के मुताबिक ईडी ममता बनर्जी की घेराबंदी करने में जुट गया है। ईडी प्रमुख का अचानक कोलकाता पहुंचना और दो दिनों तक अधिकारियों के साथ बैठक से यह संदेह पुख्ता हो गया है। संभव है कि ईडी के हाथ कुछ ऐसी जानकारी लगी हो, जिसके आधार पर बड़े कद के कुछ नेताओं की गिरफ्तारी हो सकती है। ममता बनर्जी के काफी करीबी माने जाने वाले पार्थ चटर्जी तो शिक्षक नियुक्ति घोटाले में पहले से ही जेल में हैं। ममता के एक मंत्री मलय घटक से फिर 19 जून को पूछताछ होनी है। उन्हें ईडी ने दिल्ली तलब किया है। नगरपालिका और दमकल विभाग में भी नियुक्तियों में घोटाले की जांच चल रही है। बड़े पैमाने पर नियुक्तियों को कलकत्ता हाईकोर्ट ने पहले ही रद्द कर दिया है। ममता के दूसरे कद्दावर नेता अणुव्रत मंडल और उनकी बेटी पशु तस्करी मामले में जेल में हैं। कोयला तस्करी के कुछ आरोपी भी जेल की हवा खा रहे हैं। टीएमसी के कई अन्य नेताओं के भी घोटाले में नाम आए हैं, जिनमें कुछ गिरफ्तार हो चुके हैं तो कुछ पर गिरफ्तारी की तलवार लटकी है। यानी ममता के पंख कुतरने का ईडी-सीबीआई ने पुख्ता इंतजाम कर लिया है। लोकसभा चुनाव तक ऐसे लोगों की नकेल केंद्रीय जांच एजेंसियां कसने का बंदोबस्त कर रही है।