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उत्तर प्रदेश

Basti News : बस्ती में नटवरलाल ने 200 युवाओं के साथ की ठगी, ट्रेंनिंग के नाम पर कराए नाले साफ फिर हो गया करोड़ों रुपये लेकर फरार

Basti News : बेरोजगार युवाओं को सरकारी नौकरी दिलाने का सपना दिखाकर बस्ती के एक नटवरलाल ने 200 से ज्यादा युवक युवतियों को अपने जाल में फंसाया. इनसे नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों ठग लिए.

राघवेंद्र सिंह/बस्ती: आप ने नटवर लाल का नाम तो जरूर सुना होगा जिसने मुंगेरी लाल के हसीन सपने दिखाकर ताजमहल और लाल किला बेच डाला. बस्ती जिले में इस जमाने के नटवरलाल भीम प्रसाद के कारनामे सुर्खियों में है. बेरोजगार युवाओं को सरकारी नौकरी दिलाने का सपना दिखाकर 200 से ज्यादा युवक युवतियों को अपने जाल में फंसाना और फिर नौकरी दिलाने के नाम पर 1 से 1.5 लाख रुपये की ठगी करने का मामला सामने आया है. फिलहाल इसी तरह से 3 करोड़ से ज्यादा की ठगी कर बस्ती का नटवरलाल फरार है.

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ट्रेनिंग के नाम पर कराए काम 
नटवरलाल ने बकायदा पंचायती राज विभाग का फर्जी नियुक्ति पत्र बनाया और युवाओं को दिया. कमाल की बात है कि 2022 में तत्कालीन डीएम सौम्य अग्रवाल को जिला पंचायत राज अधिकारी बना कर फर्जी दस्तखत भी किए और नियुक्ति पत्र भी बांट दिया. जिन लोगों को नियुक्ति पत्र बांटा गया उनको ज्वाइनिंग से पहले बकायदा ट्रेनिंग के नाम पर घूमता रहा. सफाई कर्मी की ट्रेनिंग के नाम पर भीम प्रसाद के जाल में फंसे युवाओं से नाली साफ कराया गया. नदी की सफाई करवाई गई, कई गांवों में ले जाकर उनसे झाड़ू तक लगवाया गया.  

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सरकारी नौकरी की आस 
नटवरलाल के जाल में फंसे युवाओं ने सरकारी नौकरी के लालच में वो सब कुछ किया जो नटवरलाल ने ट्रेनिंग के नाम पर उनसे करवाया. जब ट्रेनिंग का समय बीतता गया और एक साल से ज्यादा का समय हो गया तो ज्वाइनिंग लेटर लेकर युवक पंचायत राज कार्यालय पहुंचे. यहां पर इस तरह की कोई वैकेंसी न होने की बात पता चली. साथ ही पता चला कि जो पेपर उनके पास हैं वो सब फर्जी हैं. इसके बाद एक साल की कड़ी ट्रेनिंग के बाद सरकारी नौकरी की आस लिए बैठे युवाओं के पैरों तले जमीन ही खिसक गई.

जांच का आदेश
जब ठगी के शिकार युवा नटवरलाल के पास गए और उसे बताया कि जो भी कागज हैं सब फर्जी हैं तो नटवरलाल भीम प्रसाद ने उनको पहचानने तक से इंकार कर दिया. ठगी का शिकार हुए ज्यादातर लोग गरीब परिवार से हैं जिनको नौकरी का झांसा देकर लुट लिया गया. यहां तक की किसी ने जमीन भी गिरवी रखी और किसी ने पैसे भी उधार लिए. ठगी का शिकार हुए बेरोजगार युवा डीएम प्रियंका निरंजन से मिलने पहुंचे. जहां पर उन्होंने अपनी पूरी बात बताई. फिलहाल डीएम ने जांच का आदेश दे दिया है.

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