Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले BJP ने अपनी राज्य इकाई में बड़े फेरबदल की घोषणा की है.
Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले BJP ने अपनी राज्य इकाई में बड़े फेरबदल की घोषणा की है. इसके तहत अलवर से सांसद महंत बालक नाथ को प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया है. नाथ OBC यादव समुदाय से हैं, जिन्होंने 2018 के लोकसभा चुनावों में अलवर से कांग्रेस के दिग्गज नेता भंवर जितेंद्र सिंह को हराया था. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) के आलोचक विधायक मदन दिलावर, जो पिछली कार्यकारिणी में थे, को नई सूची से हटा दिया गया है. दिलावर को राजे के कार्यकाल के दौरान दरकिनार कर दिया गया था, लेकिन पूर्व राज्य BJP प्रमुख सतीश पूनिया के समय में उन्हें वापस शामिल कर लिया गया था. इस बीच, BJP की राजसमंद सांसद दीया कुमारी ने पदाधिकारियों की सूची में अपना स्थान बरकरार रखा है. BJP सूत्रों ने बताया कि नए नाम सोशल इंजीनियरिंग समीकरणों को देखते हुए शामिल किए गए हैं.
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नई 29 सदस्यीय सूची में 11 प्रदेश उपाध्यक्ष, पांच महासचिव, 11 सचिव, एक कोषाध्यक्ष और एक सह-कोषाध्यक्ष हैं. पार्टी नेताओं ने कहा, ‘चुनाव से ठीक पहले सोशल इंजीनियरिंग हासिल करने के लिए ’29 सदस्यीय कार्यकारी समिति में OBC, एमबीसी, एससी और एसटी पर जोर दिया गया है. यह कदम सीपी जोशी के प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष का पद संभालने के तीन महीने बाद आया है.
नई भाजपा राज्य कार्यकारिणी उस कार्यकारिणी के बाद है, जो 2020 में सतीश पूनिया के कार्यकाल के दौरान गठित की गई थी, जिन्होंने 2019 और 2023 के बीच समिति का नेतृत्व किया था. सूची में OBC और एमबीसी (सबसे पिछड़ा वर्ग) नेताओं के साथ-साथ जाट, गुज्जर, यादव, बिश्नोई, कुमावत और सैनी जातियों के नाम शामिल किए गए हैं. इसी तरह अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समुदायों के नाम भी शामिल हैं. चुनाव से ठीक पहले सोशल इंजीनियरिंग हासिल करने के लिए पिछड़ी जातियों, एससी और एसटी पर जोर दिया गया है.
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पार्टी सूत्रों ने कहा, कुछ नए उपाध्यक्षों में टोंक-सवाई माधोपुर के सांसद सुखबीर जौनापुरिया, जो गुर्जर समुदाय से हैं, पूर्व सांसद सीआर चौधरी और संतोष अहलावत (दोनों जाट) और पूर्व मंत्री प्रभुलाल सैनी शामिल हैं. इनमें से कुछ पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के समर्थक हैं.