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Flipkart: ऑनलाइन बुक्स बेचने से हुई थी शुरुआत, आज है भारत की वैल्यूएबल कंपनियों में से एक, पढ़ें सफलता की कहानी

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Flipkart की शुरुआत ऑनलाइन बुक्स बेचने से हुई थी. इसको अमेज़न को एक्स इंपलॉयीज सचिन बंसल और बिनी बंसल 2007 में दो बेडरूम वाले एक अपार्टमेंट से शुरू किया था.

Revolutionizing E-Commerce in India: फ्लिपकार्ट को 2007 में शुरू किया गया था. कंपनी ई-कॉमर्स इंडस्ट्री में एक लीडिंग ताकत के तौर पर उभरी है. एक ऑनलाइन बुकस्टोर के रूप में अपनी साधारण शुरुआत से, फ्लिपकार्ट प्रोडक्ट्स की एक डीटेल्ड चेन ऑफर करता है. जिससे ऑनलाइन खरीदारी करने के तरीके में क्रांतिकारी बदलाव आया है. अपने इन्नोवेटिव बिजनेस मॉडल, कस्मटर्स के सैटिस्फैक्शन पर लगातार ध्यान और स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप के साथ, फ्लिपकार्ट ने सफलता हासिल की है, जिससे यह भारत की मूल्यवान कंपनियों में से एक बन गई है.

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स्थापना और शुरुआती दौर

फ्लिपकार्ट की स्थापना अमेज़न के पूर्व कर्मचारियों सचिन बंसल और बिन्नी बंसल ने की थी. उन्होंने भारतीय कंज्यूमर्स को ऑनलाइन बुक्स खरीदने के लिए एक सुविधाजनक और रिलायबल प्लेटफॉर्म प्रदान करने के लक्ष्य के साथ कंपनी शुरू की. शुरुआत में बेंगलुरु में दो बेडरूम वाले अपार्टमेंट से ऑपरेट करते हुए, फाउंडर्स ने पैकेजिंग से लेकर डिलीवरी तक, व्यवसाय के हर पहलू को खुद ही संभाला.

एक्सपैंशन और डायवर्सिफेकेशन

अपनी शुरुआती सफलता से इंस्पायर होकर, फ्लिपकार्ट ने बुक्स से हटकर ऑफर्स का तेजी से एक्सपैंशन किया और इलेक्ट्रॉनिक्स, फैशन और घरेलू अप्लायंसेज जैसे दूसरे प्रोडक्ट्स की कैटेगरीज में कदम रखा. इस डायवर्सिफिकेशन स्ट्रैटेजी ने फ्लिपकार्ट को कंप्रीहेंसिव कस्टमर बेस तक पहुंचने और ऑनलाइन शॉपिंग के लिए वन-स्टॉप डेस्टिनेशन के रूप में अपनी स्थिति मजबूत करने में मदद की.

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इन्नोवेशन और टेक्निकल प्रोग्रेस

फ्लिपकार्ट की सक्सेस का क्रेडिट कस्मटर एक्सपीरियंस को बढ़ाने के लिए इन्नोवेशन और टेक्नोलॉजी बेहतरीन इस्तेमाल करने पर उसके फोकस को दिया जा सकता है. कंपनी ने कैश-ऑन-डिलीवरी, पेमेंट ऑप्शन जैसी कई अभूतपूर्व पहल की शुरुआत की, जिसने मुख्य रूप से कैश-बेस्ड इकोनॉमी में ऑनलाइन खरीदारों की चिंताओं को कम किया. फ्लिपकार्ट ने रीकमेंडेशन को पर्सनलाइज करने और लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चेन ऑपरेशन को सुव्यवस्थित करने, समय पर डिलीवरी सुनिश्चित करने के लिए AI और मशीन लर्निंग के इस्तेमाल करने के बारे में विचार किया जा रहा है.

फंड रेजिंग और स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप

एक्सपैंशन की योजनाओं को बढ़ावा देने और इंटरनेशनल ई-कॉमर्स कंपनियों के साथ कंपटीशन करने के लिए, फ्लिपकार्ट ने प्रमुख कैपिटल फर्मों और वर्ल्ड कॉर्पोरेशंस से महत्वपूर्ण इन्वेस्टमेंट हासिल किया. 2010 में, कंपनी ने एक्सेल पार्टनर्स से फंडिंग हासिल की, इसके बाद टाइगर ग्लोबल मैनेजमेंट और अन्य प्रमुख निवेशकों से इन्वेस्टमेंट आया. खासकरके, 2018 में फ्लिपकार्ट तब सुर्खियों में आया जब वॉलमार्ट ने इसमें अधिकांश हिस्सेदारी हासिल की. कंपनी का मूल्य 16 बिलियन डॉलर आंका गया. इस साझेदारी ने फ्लिपकार्ट को अपने ऑपरेशन को आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक संसाधन और एक्सपर्टाइज प्रदान की.

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बिग बिलियन डेज़ और फेस्टिवल सेल

फ्लिपकार्ट की प्रमुख स्ट्रैटेजीज में से एक इसका सालाना प्रमुख कार्यक्रम, बिग बिलियन डेज़ रहा है. यह मेगा सेल विभिन्न प्रोडक्ट कैटेगरीज में अट्रैक्टिव डिस्काउंट और ऑफ़र के साथ लाखों कस्मटर्स को आकर्षित करती है. बिग बिलियन डेज़ फ्लिपकार्ट का पर्याय बन गया है और इसने कंपनी की सेल्स और मार्केट में उपस्थिति बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. इन फेस्टिवल सेल की सफलता ने भारत में अन्य ई-कॉमर्स कंपनीज को इसी तरह की स्ट्रैटेजी अपनाने के लिए प्रेरित किया है.

नए फील्ड में एक्विजिशन और एक्सपैंशन

अपने ऑफर्स में डायवर्सिफिकेशन लाने और मार्केट में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए फ्लिपकार्ट ने स्ट्रैटेजिक एक्विजिशन किया है. खास करके, 2014 में फैशन ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म Myntra के एक्विजिशन से फ्लिपकार्ट को फैशन सेगमेंट में एक प्रमुख उपस्थिति बनाने में मदद मिली. फ्लिपकार्ट ने PhonePe (एक डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म) और eBay India जैसी कंपनियों का अधिग्रहण करके अपने पोर्टफोलियो का विस्तार किया.

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सोशल इंपैक्ट्स और चैरिटी

फ्लिपकार्ट अपने कई तरह के पहलों के जरिए समाज को कुछ लौटाने के लिए कमिटेड है. कंपनी ने विक्रेताओं और कारीगरों को सशक्त बनाने के लिए कई कार्यक्रम शुरू किए हैं, जिससे उन्हें कंप्रीहेंसिव कस्मटर बेस तक पहुंचने और उनकी आजीविका में सुधार करने में मदद मिलेगी. फ्लिपकार्ट ने क्वॉलिटेटिव एजुकेशन प्रदान करने और इन्वायर्नमेंटल स्टैबिलिटी को बढ़ावा देने के लिए भी पहल की है.

गौरतलब है कि एक छोटे ऑनलाइन बुकस्टोर से ई-कॉमर्स दिग्गज बनने तक फ्लिपकार्ट की रिकॉर्ड जर्नी आंत्रप्रेन्योरशिप की भावना और इन्नोवेशन को दर्शाती है जो इस कंपनी के इकोसिस्टम को परिभाषित करती है. कस्मटर सैटिस्फैक्शन, टेक्निकल प्रोग्रेस, स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप और रेगुलर एक्सपैंशन के प्रति अपने कमिटमेंट के जरिए फ्लिपकार्ट ने भारत में ऑनलाइन शॉपिंग को फिर से परिभाषित किया है. जैसे-जैसे कंपनी विकसित हो रही है और नई चुनौतियों को स्वीकार कर रही है, यह एक प्रेरणादायक सफलता की कहानी और भारतीय ई-कॉमर्स इंडस्ट्री के विकास के लिए प्रेरक बन गई है.

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