Metal Stocks to BUY: डॉलर इंडेक्स में गिरावट, अमेरिका, यूरोप और चीन से मांग में सुधार से मेटल्स स्टॉक्स में अच्छा एक्शन देखा जा रहा है. ब्रोकरेज ने अगले 6-12 महीने के लिहाज से मेटल कंपनियों को पोर्टफोलियो में निवेश की सलाह दी है.
Metal Stocks: डॉलर की वैल्यु जब-जब घटती है तब-तब ग्लोबल मार्केट में मेटल्स की कीमत में तेजी आती है. कीमत में बढ़ोतरी का फायदा मेटल कंपनियों को होता है और यह निवेश का सही मौका बनता है. FY2023 में मेटल्स की कीमत में अच्छा करेक्शन आया और अब यह नॉर्मल रेंज में है. भारत सरकार भी डोमेस्टिक इंडस्ट्री को भरपूर सपोर्ट कर रही है. मेटल्स कंपनियों की वैल्युएशन भी इस समय काफी अट्रैक्टिव है. शॉर्ट टू मीडियम टर्म में इस सेक्टर को चीन के स्टिमुलस पैकेज, अमेरिका और यूरोप में हेल्दी डिमांड और डॉलर इंडेक्स के कमजोर प्रदर्शन का लाभ मिलेगा.
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Dollar Index impact on Metal Stocks
ब्रोकरेज फर्म SBI सिक्योरिटीज ने कहा कि फेडरल रिजर्व का रुख कम अग्रेसिव रहने की उम्मीद है. डॉलर इंडेक्स एक रेंज में कारोबार करेगा. ऐसे में निवेशक अगले 6-12 महीने के लिहाज से अपने कैश पोर्टफोलियो में 5-7 फीसदी मेटल स्टॉक्स में निवेश कर सकते हैं. ब्रोकरेज ने 7 शेयरों को निवेशकों के लिए चुना है, जिनमें बराबर हिस्सा में निवेश करना है. आइए जानते हैं कि इनके लिए क्या टारगेट दिया गया है. पिछले कुछ समय में मेटल स्टॉक्स में अच्छा एक्शन दिखा है. ऐसे में अगर किसी स्टॉक्स में तेजी आई है तो करेक्शन पर खरीदारी की जा सकती है.
Metal Stocks with target price
1>>Tata Steel के लिए टारगेट प्राइस 130 रुपए का दिया गया है.
2>>Hindalco Industries के लिए 494 रुपए का टारगेट दिया गया है.
3>>Jindal Steel and Power के लिए 759 रुपए का टारगेट दिया गया है.
4>>Shyam Metalics & Energy के लिए 535 रुपए का टारगेट दिया गया है.
5>>Jindal Saw Ltd के लिए 301 रुपए का टारगेट दिया गया है.
6>>Welspun Corp Ltd के लिए 323 रुपए का टारगेट दिया गया है.
7>>Godawari Power & Ispat Ltd के लिए 577 रुपए का टारगेट दिया गया है.
Foreign Investors के लिए भारतीय बाजार आकर्षक
डॉलर इंडेक्स (Dollar Index) दुनिया की छह डेवलप्ड इकोनॉमी की करेंसी के मुकाबले अमेरिकी डॉलर के प्रदर्शन को बताता है. इसमें Euro का वेटेज 57.6% और Japanese Yen का 13.6% है. डॉलर इंडेक्स बास्केट में भारतीय रूपया शामिल नहीं है, लेकिन इसपर असर होता है. अगर रुपया मजबूत होता है तो विदेश निवेशकों के लिए भारतीय बाजार ज्यादा आकर्षक हो जाता है और FII की जमकर खरीदारी देखी जाती है. भारत जरूरत का 85% क्रूड आयात करता है. अगर डॉलर मजबूत होगा तो महंगाई का दबाव बढ़ता है. अगर डॉलर कमजोर होगा तो महंगाई का दबाव घरेलू बाजार में घटेगा.
Dollar Index and Demand Outlook
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डॉलर इंडेक्स के आउटलुक की बात करें तो माना जा रहा है कि 25-26 जुलाई को FOMC आखिरी बार इंटरेस्ट रेट बढ़ाएगा उसके बाद इसपर विराम लग जाएगा. हालांकि, फेड ने साफ किया कि यह डेटा आधारित फैसला होगा. इसके अलावा 2023 में अमेरिकी GDP ग्रोथ का अनुमान 1 फीसदी लगाया गया है जो मार्च में महज 0.4 फीसदी का था. इससे मांग को सपोर्ट मिलेगा. बेस मेटल्स की बात करें वर्ल्ड के टोटल स्टील प्रोडक्शन और कंजप्शन में 50% योगदान केवल चीन से है. चीन ने राहत पैकेज का ऐलान किया है. यहां से भी मेटल्स को समर्थन मिलेगा. ये तमाम फैक्टर्स मेटल कंपनियों में निवेश का मौका बना रहे हैं और निवेशकों को मीडियम टर्म के लिए निवेश की सलाह दी गई है.