Haryana News: बीती रात्रि पुलिस और गो तस्करों के बीच दिल्ली-वडोदरा एक्सप्रेस वे पर मुठभेड़ हो गई. अपराधी 21 से अधिक गोवंश को गोकशी के लिए राजस्थान ले जा रहे थे. इस दौरान पुलिस ने गोलीबारी का जवाब गोलीबारी से दिया, जिसमें एक आरोपी के पैर में गोली लगने के बाद बाकी अन्य गोतस्कर फरार हो गए.
Haryana News: हरियाणा के नूंह में भले ही धारा 144 और कर्फ्यू लगा हुआ है, लेकिन अपराधी अभी तक गौ तस्करी से बाज नहीं आ रहे हैं. बीती रात दिल्ली वडोदरा एक्सप्रेसवे पर गौ तस्करी कर रहे अपराधियों और पुलिस के बीच कई राउंड फायरिंग हुई, जिसमें पुलिस ने 7 राउंड जबकि अपराधियों ने अंधाधुंध फायरिंग की.
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21 गोवंश मिले
बीती रात्रि पुलिस और गो तस्करों के बीच दिल्ली-वडोदरा एक्सप्रेस वे पर मुठभेड़ हो गई. अपराधी 21 से अधिक गोवंश को गोकशी के लिए राजस्थान ले जा रहे थे. इस दौरान पुलिस ने गोलीबारी का जवाब गोलीबारी से दिया, जिसमें एक आरोपी के पैर में गोली लगने के बाद बाकी अन्य गोतस्कर फरार हो गए. पुलिस द्वारा आरोपी को गिरफ्तार कर इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है. गौरतलब है कि ट्रैफिक थाना प्रबंधक ने बताया कि राजस्थान के गोरक्षा दल के कुछ कार्यकर्ताओं से सूचना मिली कि कुछ गौ तस्कर एक केन्ट्रा में गोधन को राजस्थान में गोकशी के लिए ले जा रहे हैं.
सूचना मिलने पर पुलिस ने की नाकेबंदी
सूचना मिलने पर पुलिस द्वारा नाकेबंदी की गई. इसके बाद जैसे ही गाड़ी दिल्ली वडोदरा एक्सप्रेसवे पर गांव महू के समीप आई. वैसे ही पुलिस ने रोकने का इशारा किया, लेकिन गो तस्करों ने गाड़ी को नहीं रोका और थाना ट्रैफिक पुलिस मांडीखेडा की गाड़ी में टक्कर मारते हुए, पुलिस को जान से मारने की नियत सीधे अंधाधुंध फायर कर दी. इसके बाद नूंह पुलिस द्वारा जवाबी फायर करने के बाद गौतस्कर गाड़ी, कैंटर को छोड़कर फरार हो गए. भागते हुए गौ तस्करों ने पुलिस पर फायरिंग की, जिसके बाद पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए उनपर फायरिंग की, जिसके बाद भागने वाले एक व्यक्ति के पैर में गोली जा लगी, जिसका नाम-पता पूछने पर उसने अपना नाम तौफिक पुत्र ईसा निवासी उटावड, जिला पलवल बताया.
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पुलिस की गिरफ्त में होगा आरोपी
जिसे ईलाज के लिए पहले सामान्य अस्पताल मांडी खेड़ा में भर्ती कराया गया है लेकिन गोली लगने की वजह से मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया. पुलिस द्वारा गाड़ी चेक करने पर कुल 21 गौधन मिले, जिनमें सात गाय व 14 बैल थे, जिनके पैर व मुंह रस्सियों से कुरुर्तापूर्वक बंधे हुए थे. पुलिस द्वारा गौ तस्करों के चंगुल से छुड़ाए गए गोधन को स्थानीय गौशाला में छुड़वाया गया. डीएसपी सतीश कुमार वस्त का कहना है कि पुलिस द्वारा इस बाबत एक नामजद और एक अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. वहीं गोली लगे युवक का इलाज अस्पताल में चल रहा है. जल्द ही दूसरा आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होगा.