G20 Summit In Delhi: जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान दिल्ली में पहले से मौजूद सभी प्रकार की वाणिज्यिक वाहनों, अंतरराज्यीय बसें और स्थानीय सिटी बसें जैसे दिल्ली परिवहन निगम की बसें और दिल्ली इंटीग्रेडेड मल्टी मॉडल सिस्टम बसों को मथुरा रोड, भैरों रोड, पुराना किला और प्रगति सुरंग की तरफ जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
नई दिल्ली. सितंबर महीने में जी-20 का अंतर्राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम राजधानी दिल्ली में आयोजित होगा क्योंकि भारत को 18वें जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने का जिम्मा सौंपा गया है. ये कार्यक्रम 09 सितंबर और 10 सितंबर को दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित किया जाएगा. इस कार्यक्रम में सदस्य देशों और आमंत्रित देशों के राष्ट्रध्यक्ष , शासन अध्यक्ष और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रमुख भाग लेंगे.
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इस अंतरराष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम के लिए दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी कई केंद्रीय एजेंसी के साथ मिलकर कार्य कर रहे हैं. इस कार्यक्रम के मद्देनजर दो प्रमुख पॉइंट्स हैं. पहला मुद्दा है दिल्ली की और विदेशी नागरिकों/मेहमानों की सुरक्षा व्यवस्था और दूसरा मुद्दा है दिल्ली ट्रैफिक का बेहतर तरीके से व्यवस्था करना. लिहाजा इस बात के मद्देनजर दिल्ली पुलिस के करीब सात हजार जवानों को तैनात करने का फैसला लिया गया है.
दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक कई महत्वपूर्ण प्वॉइंट इस प्रकार से हैं:
मेट्रो और बसों पर नियंत्रण के मुद्दे पर प्रमुख जानकारी:
जी-20 कार्यक्रम के दौरान कई सारे मेट्रो स्टेशन को बंद नहीं किया जाएगा. सभी मेट्रो स्टेशनों पर यात्रियों के लिए मेट्रो सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी. हालांकि सुप्रीम कोर्ट मेट्रो स्टेशन पर चढ़ने/उतरने की अनुमति नहीं होगी. मेट्रो की आवाजाही को देर रात तक बढ़ाया जा सकता है. मेट्रो के प्रयोग के लिए लोगों से अपील भी की जा सकती है.
दिल्ली के गैर गंतव्य वाहनों को यानी ऐसे वाहन जिन्हें उत्तराखंड, राजस्थान जाना है, उनको अब उस कार्यक्रम के दौरान दिल्ली के और पश्चिमी में भेजा जाएगा. इन वाहनों को दिल्ली में प्रवेश की अनुमति प्रदान नहीं की जाएगी. भारी माल वाहन (HGV), मध्यम माल वाहन (MGV) और हल्के माल वाहन सहित माल वाहनों को दिल्ली में प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी.
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सिटी बसें रिंग रोड और रिंग रोड से दिल्ली की सीमाओं की ओर के रोड नेटवर्क पर संचालित हो सकेंगी. इन बसों को दिल्ली से बाहर जाने की अनुमति होगी. हालांकि नई दिल्ली क्षेत्र में सीटी बस सेवा उपलब्ध नहीं होगी.
टीएसआर यानी ऑटो और टैक्सियों को नई दिल्ली जिले के बाहर सड़क नेटवर्क पर चलने की अनुमति दी जाएगी. हालांकि नई दिल्ली के स्थानीय निवासियों और नई दिल्ली जिले की सीमा के अंदर स्थित होटलों में और वैध बुकिंग वाले पर्यटकों को ले जाने वाली टैक्सियों को नई दिल्ली जिले की सीमा के अंदर के सड़क नेटवर्क पर चलने की अनुमति दी जाएगी.
दिल्ली में पहले से मौजूद सभी प्रकार की वाणिज्यिक वाहनों, अंतरराज्यीय बसें और स्थानीय सिटी बसें जैसे दिल्ली परिवहन निगम की बसें और दिल्ली इंटीग्रेडेड मल्टी मॉडल सिस्टम (DIMTS) बसों को मथुरा रोड (आश्रम चौक से आगे), भैरों रोड, पुराना किला और प्रगति सुरंग की तरफ जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
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होटलों को लेकर क्या व्यवस्था होगी:
जी-20 शिखर सम्मेलन के मद्देनजर विदेश से आने वाले मेहमानों के लिए 18 होटल रिजर्व किए गए हैं, जिसमें 16 होटल दिल्ली के और दो होटल गुरुग्राम के हैं. इन होटलों की सुरक्षा व्यवस्था काफी बढ़ाई जा रही है.
आपातकालीन सेवा:
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस द्वारा इस बात की कोशिश की जाएगी की इस कार्यक्रम के दौरान जो विशेष व्यवस्था बनी है, उस दौरान दिल्ली ट्रैफिक पुलिस यह सुनिश्चित करे कि एंबुलेंस या व्यक्तियों जिन्हे तत्काल चिकित्सा की आवश्यकता हो, उसे ले जाने वाले वाहनों को किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं हो. इस प्रकार इस जी-20 सम्मेलन के दौरान भी एम्बुलेंस की आवाजाही पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा. एंबुलेंस सेवाओं के चालकों की सुविधा के लिए समर्पित कर्मचारियों को महत्वपूर्ण जंक्शनों/बिंदुओं पर तैनात किया जाएगा.
आवश्यक सेवाएं:
प्रभावित क्षेत्रों के वास्तविक निवासियों, हाउस कीपिंग, खानपान, अपशिष्ट प्रबंधन और वैद्य होटल बुकिंग वाले पर्यटकों को ले जाने वाले वाहनों (निजी और कमर्शियल दोनों) को उचित सत्यापन के बाद आवाजाही की इजाजत दी जाएगी. इसके साथ ही हवाई अड्डे, नई दिल्ली और पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की आवाजाही को सुविधाजनक बनाया जाएगा.