Morocco Earthquake: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोरक्को में भूकंप के कारण हुई जानमाल की हानि पर दुख जताया. उन्होंने कहा कि इस दुखद घड़ी में मेरी संवेदनाएं मोरक्को के लोगों के साथ हैं. उन लोगों के प्रति संवेदना जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है. घायल जल्द से जल्द ठीक हों, इसके लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूं. भारत इस कठिन समय में मोरक्को को हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है.
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रबात: मोरक्को में शुक्रवार रात आए 6.8 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप के बाद कम से कम 296 लोग मारे गए हैं. न्यूज एजेंसी एएफपी ने स्थानीय अधिकारियों के हवाले से बताया कि भूकंप रात 11:11 बजे (2211 GMT) आया. इसका केंद्र मराकेश से 71 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में जमीन के 18.5 किलोमीटर की गहराई में था. भूकंप के झटके मोरक्को के तटीय शहरों रबात, कैसाब्लांका और एस्सौइरा में भी महसूस किए गए. सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए वीडियो में ढहीं इमारतें, संकरी गलियों में पसरा मलबे का ढेर, चारों ओर तबाही का मंजर दिख रहा है.
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माराकेश से 200 किमी पश्चिम में एस्सौइरा के एक निवासी ने टेलीफोन पर एएफपी को बताया, ‘हमने भूकंप के समय चीखें सुनीं.’यूएसजीएस की पेजर प्रणाली, जो भूकंप के प्रभाव पर प्रारंभिक आकलन प्रदान करती है, ने आर्थिक नुकसान के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसमें अनुमान लगाया गया है कि महत्वपूर्ण क्षति होने की संभावना है, और भूकंप झटकों से संबंधित मौतों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है, जो दर्शाता है कि बड़े पैमाने पर लोगों के हताहत होने की संभावना है. अफ्रीकी और यूरेशियाई प्लेटों के बीच स्थित होने के कारण मोरक्को के उत्तरी क्षेत्र में अक्सर भूकंप आते रहते हैं. साल 2004 में, अल होसेइमा में आए भूकंप में कम से कम 628 लोग मारे गए थे और 926 घायल हुए थे.
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सीएनएन ने यूएसजीएस का हवाला देते हुए बताया कि महत्वपूर्ण क्षति की संभावना है और आपदा संभावित रूप से व्यापक है. इसमें कहा गया है कि क्षेत्र के कई लोग ऐसी संरचनाओं में रहते हैं जो ‘भूकंप के झटकों के प्रति अत्यधिक संवेदनशील’ हैं. माराकेश के एक निवासी ने रॉयटर्स को बताया कि उसने पुराने शहर से एम्बुलेंसों को निकलते देखा और कई इमारतों के अग्रभाग क्षतिग्रस्त हो गए. निवासियों के अनुसार, लोग डरे हुए थे और दोबारा भूकंप आने की आशंका से अपने घरों से बाहर रह रहे थे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोरक्को में भूकंप के कारण हुई जानमाल की हानि पर दुख जताया. उन्होंने कहा कि इस दुखद घड़ी में मेरी संवेदनाएं मोरक्को के लोगों के साथ हैं. उन लोगों के प्रति संवेदना जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है. घायल जल्द से जल्द ठीक हों, इसके लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूं. भारत इस कठिन समय में मोरक्को को हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है. ग्लोबल इंटरनेट मॉनिटर नेटब्लॉक्स के अनुसार, क्षेत्र में बिजली कटौती के कारण मराकेश में इंटरनेट कनेक्टिविटी बाधित हो गई है. मोरक्को के पड़ोसी देश अल्जीरिया में साल 1980 में 7.3 की तीव्रता से भूकंप आया था, जिसमें करीब 2500 लोगों की मौत हो गई थी और करीब 3 लाख लोग बेघर हो गए थे.