Apple Inc Share Price: 2007 में जब iPhone को लॉन्च किया गया था, उस समय Apple Inc के एक शेयर की कीमत 3.70 डॉलर थी. आज Apple Inc के एक शेयर की कीमत 176 डॉलर प्रति शेयर से अधिक है.
Apple Shares Price Today: लगातार ग्रोथ के पथ पर आगे बढ़ रही फाइनेंस की दुनिया में, मील के पत्थर को अक्सर किसी कंपनी की सफलता के प्रमाण के तौर पर माना जाता है. ऐसा ही एक मील का पत्थर जिसने हाल ही में फाइनेंसियल वर्ल्ड को मंत्रमुग्ध कर दिया था. वह था Apple Inc का मार्केट कैपिटल में 2 ट्रिलियन डॉलर का आंकड़ा पार करना. इस उपलब्धि ने न केवल दुनिया की सबसे वैल्यूएबल कंपनी (Most Valuable Company in World) के रूप में Apple की स्थिति को मजबूत किया, बल्कि निवेशकों और उत्साही लोगों को एक शानदार मैसेज भी दिया.
इस अविश्वसनीय यात्रा को पर्सपेक्टिव में रखने के लिए, इस पर विचार करें: अगर 2004 में Apple के स्टॉक में सिर्फ 25,000 रुपये का इन्वेस्टमेंट किया गया होता तो आज संभावित रूप से एक करोड़ रुपये हो सकता था. यह आश्चर्यजनक बदलाव धैर्यवान, लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट (Long Term Investment) की ताकत का प्रूप है. यह Apple Inc के रिकॉर्ड डेवलपमेंट पर भी प्रकाश डालता है.
Apple की मौजूदा मार्केट कैप में बढ़ोतरी किसी अभूतपूर्व ग्रोथ से कम नहीं है. कैलिफ़ोर्निया के क्यूपर्टिनो में एक गैरेज में अपनी साधारण शुरुआत से, कंपनी ने लगातार इन्नोवेशन और कंज्यूमर टेक्नोलॉजी की सीमाओं को आगे बढ़ाया है. प्रतिष्ठित ipod, रिवोल्यूशनरी iphone, मैकबुक और न जाने कितने प्रोडक्ट्स ने न केवल इंडस्ट्रीज को फिर से परिभाषित किया है बल्कि दुनिया भर के कंज्यूमर्स के दिलों को भी छू लिया है.
स्टीव जॉब्स के विजन से आगे बढ़ी कंपनी
Apple की जबरदस्त ग्रोथ के पीछे का कारण पॉवरफुल डिजाइन, यूजर एक्सपीरियंस और इकोसिस्टम इंटीग्रेशन में एक्सीलेंस के प्रति इसकी अटूट कमिटमेंट रहा है. Apple के को-फाउंडर दिवंगत स्टीव जॉब्स ने कंपनी के विजन को आकार देने में बड़ी भूमिका निभाई. टेक्नोलॉजी को सौंदर्यशास्त्र से जोड़ने के उनके आग्रह की वजह से ऐसे उत्पाद बने जो न केवल काम के थे, बल्कि सुंदर और सहज भी थे. इस यूनिक विजन ने Apple को उनको कंपटीटर्स से अलग कर दिया और एक वफादार फॉलोअर मिला.
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Apple के प्रोडक्ट्स की सफलता
Apple के प्रोडक्ट्स की सफलता को इसकी इको सिस्टम स्ट्रैटेजी से और भी और भी आगे बढ़ाया गया. iPhone और Mac जैसे हार्डवेयर से लेकर iOS और macOS जैसे सॉफ़्टवेयर तक, Apple ने सावधानीपूर्वक एक इंटरकनेक्टेड इकोसिस्टम तैयार किया, जो यूजर्स को उसके इकोसिस्टम में बंद रखता है. iCloud, App Store और Apple Music कंज्यूमर्स के जीवन में सहजता से इंटीग्रेटेड हो गए, जिससे उनके लिए कंपटीटिव प्लेटफार्मों पर स्विच करना कठिन हो गया.
Innovation ने बनाया सफल
Apple का फाइनेंशियल परफॉरमेंस ने उसके प्रोडक्ट की सफलताओं को दिखाया. इसने लगातार प्रभावशाली तिमाही इनकम प्रदान की और वॉल स्ट्रीट का प्रिय बन गया. निवेशक Apple के शेयर खरीदने के लिए उमड़ पड़े, जिससे इसका मार्केट कैप अभूतपूर्व ऊंचाई पर पहुंच गया. 2004 में Apple में निवेश किए गए 25,000 रुपये में कंपनी के लगातार विस्तार और इन्नोवेशन के कारण पिछले कुछ वर्षों में तेजी से वृद्धि देखी गई.
NSE से दोगुना ज्यादा है Apple Inc का मार्केट कैप
भाग्य ने ऐसा पासा पलटा कि Apple का मार्केट कैप BSE (Bombay Stock Exchange) 500 सूचकांक पर सूचीबद्ध सभी 500 कंपनियों के संयुक्त मार्केट कैप को पार कर गया है. इससे भी अधिक आश्चर्यजनक बात यह है कि इसका आकार 30-शेयर सेंसेक्स से दोगुना है, जो भारत की कुछ सबसे बड़ी और सबसे प्रभावशाली कंपनियों का प्रतिनिधित्व करता है. यह प्रौद्योगिकी क्षेत्र में Apple के प्रभुत्व के ग्लोबल लेवल को दर्शाता है.
जून 2007 में Apple के एक शेयर की कीमत थी 3.70 डॉलर (Apple Shares Price in June 2007)
29 जून 2007 को पहली बार iphone लॉन्च किया गया था. आधिकारिक तौर पर उसके बारे में 9 जनवरी को घोषणा की गई थी. उस समय iphone की कीमत USD 599 यानी 49,719 रुपये थी. iphone को Apple ने जब लॉन्च किया था. उस समय उसके शेयरों की कीमत 3.70 डॉलर थी. आज Apple के एक शेयर की कीमत 176.30 डॉलर है. यहां पर जिस राशि को इन्वेस्ट करने की बात की गई है, वह 2007 में iphone की लॉन्चिंग कीमत की आधी है.