सप्ताह के चौथे कारोबारी दिन गुरुवार को शेयर बाजार ने नई ऊंचाई को छु लिया। ट्रेडिंग के दौरान शुगर स्टॉक्स में चौंकाने वाली तेजी देखने को मिली। इंट्राडे कारोबार में बीएसई पर शुगर कंपनियों के शेयरों में 20 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई। इस दौरान डालमिया भारत शुगर एंड इंडस्ट्रीज, मगध शुगर एंड एनर्जी, उत्तम शुगर मिल्स, अवध शुगर एंड एनर्जी, धामपुर चीनी मिल्स, बलरामपुर चीनी मिल्स के शेयरों ने 52 हफ्ते के हाई को टच कर लिया।
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कंपनी 14 सितंबर को ट्रेडिंग के दौरान शेयर का हाई प्राइस
डालमिया भारत शुगर एंड इंडस्ट्रीज: 485.05 रुपये
बलरामपुर चीनी मिल्स: 449.60 रुपये
अवध शुगर एंड एनर्जी: 733.85 रुपये
मगध शुगर एंड एनर्जी: 728 रुपये
धामपुर चीनी मिल्स: 319.50 रुपये
उत्तम शुगर मिल्स: 452 रुपये
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क्या कहते हैं एक्सपर्ट
ब्रोकरेज डीएएम कैपिटल ने शुगर स्टॉक्स पर ‘खरीद’ रेटिंग के साथ कवरेज शुरू किया है क्योंकि उसे उम्मीद है कि चीनी कंपनियों को वित्तीय वर्ष 2023-2026 के लिए मजबूत आय वृद्धि देखने को मिलेगी। ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि ईआई नीनो स्थितियां चीनी उत्पादन में और बाधा डालेंगी, जिससे घरेलू चीनी की कीमतें 37 रुपये प्रति किलोग्राम से ज्यादा रहेंगी।
जेएम फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशनल सिक्योरिटीज के विश्लेषकों का भी मानना है कि मौसमी कारकों और आगामी सीजन के लिए भारत के चीनी उत्पादन अनुमान पर बढ़ती चिंताओं के कारण शुगर स्टॉक्स में पॉजिटिव संकेत मिल रहे हैं। ब्रोकरेज के मुताबिक वैश्विक कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई हैं, लेकिन घरेलू चीनी की कीमतों पर इसका कोई खास प्रभाव नहीं पड़ा है। हालांकि राज्यों के या आम चुनाव को देखते हुए सरकार किसी भी तेज वृद्धि को रोकेगी।
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इस बीच, भारत के शीर्ष उत्पादक राज्य महाराष्ट्र में चीनी उत्पादन 2023/24 फसल वर्ष में 14 प्रतिशत गिरकर चार साल में सबसे कम होने की संभावना है। हालांकि, ऊंची घरेलू कीमतें, बलरामपुर शुगर, द्वारिकेश शुगर, श्री रेणुका शुगर्स और डालमिया भारत शुगर जैसे उत्पादकों के मार्जिन में सुधार करेंगी, जिससे उन्हें किसानों को समय पर भुगतान करने में मदद मिलेगी।