लौरा वुडली (Laura Woodley) 35 साल की हैं और अपनी नाव, ‘मे मून’ से जुड़ी जानकारी लोगों को सोशल मीडिया के माध्यम से देती रहती हैं. लौरा लंदन (London Woman Live on Boat) में रहा करती थीं पर जिस घर में वो रहती थीं, उसका किराया बढ़ता ही जा रहा था.
ये भी पढ़ें – पिज्जा की दुकान पर काटा बर्थडे केक तो दुकानदार ने कस्टमर से ले लिए 1300 रुपये! बिल हो रहा वायरल
बड़े शहरों में रहने वाले लोग वहां लगने वाले घर के किराये से बहुत परेशान रहते हैं. इस वजह से वो या तो सस्ते मकान खोजते हैं, या फिर किसी के साथ शिफ्ट होना चाहते हैं जिससे घर का रेंट कम लगे. पर हर बार ऐसा मुमकिन नहीं हो पाता. इंग्लैंड की एक महिला भी इसी तरह बढ़ते किराये से परेशान हो चुकी थी. इस वजह से उसने घर के लिए किरायेदार खोजने की जगह घर को ही खाली कर दिया और एक नाव (Woman live on boat) में जाकर रहने लगी. नाव में रहना कितना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, इसकी जानकारी उसने हाल ही में दी है.
इंसाइडर वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार लौरा वुडली (Laura Woodley) 35 साल की हैं और अपनी नाव, ‘मे मून’ (May Moon) से जुड़ी जानकारी लोगों को सोशल मीडिया के माध्यम से देती रहती हैं. लौरा लंदन (London Woman Live on Boat) में रहा करती थीं पर जिस घर में वो रहती थीं, उसका किराया बढ़ता ही जा रहा था. इस वजह से उसने तय किया कि वो घर को छोड़ देगी. महिला ये बात जानती थी कि लंदन में नहर के पास, कई लोग नैरोबोट्स या कनाल बोट्स में रहते हैं. उन्होंने भी इसी तरह की पतली नाव में रहने का फैसला किया.
ये भी पढ़ें – Viral Video: कुत्ते-बंदर के बीच हुई खतरनाक जंग, वीडियो में देखिए कौन पड़ा किस पर भारी!
खरीद ली नाव
उन्होंने लोन लिया और एक नाव खरीद ली. उन्होंने नॉर्थहैंप्टन से एक नाव खरीदी और लंदन तक, 96 किलोमीटर का सफर उसी से तय किया. हफ्ते भर नाव में रहने के बाद देश में लॉकडाउन लग गया और उन्हें नाव पर ही अकेले रहना पड़ा. लौरा ने कहा कि ये बेहद मुश्किल दौर था पर उन्होंने किसी तरह मैनेज किया. उन्होंने बताया कि उन्हें हर महीने 65 हजार रुपये, लोन की किस्त के तौर पर चुकाना पड़ता है. उन्हें उम्मीद है कि 2025 तक वो पूरा लोन चुका देंगी.
ये भी पढ़ें – क्लासरूम में ही दे दनादन! एक लड़के के लिए दो लड़कियों में हाथापाई, चल गए लात-घूंसे
कितना रुपये हर महीने करना पड़ता है खर्च?
इसके अलावा नहर और नदी इस्तेमाल करने के लिए उन्हें 6 हजार रुपये बोट के लाइसेंस के तौर पर देना पड़ेगा. उन्होंने बताया कि वो अपने दोस्तों के घर जाकर नहाती हैं या फिर कपड़े भी वहीं धुलवाती हैं मगर जब वो उनके घर नहीं जा पातीं तो लॉन्ड्री के लिए उन्हें पैसे चुकाने पड़ते हैं. उन्हें कोयले और लकड़ी की भी जरूरत खुद को गर्म रखने के लिए पड़ती है. साथ ही टॉयलेट के वेस्ट को खाली करने के लिए उन्हें हर महीने 19 हजार रुपये देने पड़ते हैं. उन्होंने बताया कि उनके लिए सबसे ज्यादा चुनौतीपूर्ण स्थिति तब पैदा होती है जब उनका टॉयलेट खराब हो जाता है. इन सबके अलावा खाने-पीने से जुड़े सामानों पर भी उन्हें काफी रुपये खर्च करने पड़ते हैं.