Gandhi Jayanti: महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजघाट पहुंचे और बापू को श्रद्धांजलि दी. पीएम मोदी के अलावा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना सहित तमाम नेताओं ने राजघाट पहुंचकर बापू का श्रद्धांजलि दी.
नई दिल्लीः देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजघाट पहुंचे और बापू को श्रद्धांजलि दी. पीएम मोदी के अलावा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना सहित तमाम नेताओं ने राजघाट पहुंचकर बापू को श्रद्धांजलि दी. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भी राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी.
इससे पहले पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘गांधी जयंती के विशेष अवसर पर मैं महात्मा गांधी को नम करता हूं. उनकी कालजयी शिक्षाएं हमारा पथ आलोकित करती रहती हैं. महात्मा गांधी का प्रभाव वैश्विक है, जो संपूर्ण मानव जाति को एकता और करुणा की भावना को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करता है. हम सदैव उनके सपनों को पूरा करने की दिशा में काम करते रहें. उनके विचार प्रत्येक युवा को उस परिवर्तन का वाहक बनने में सक्षम बनाएं, जिसका उन्होंने सपना देखा था, जिससे सर्वत्र एकता और सद्भाव को बढ़ावा मिले.’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के जयंती पर ट्वीट कर कहा, “लाल बहादुर शास्त्री जी को उनकी जयंती पर याद कर रहा हूं. उनकी सादगी, राष्ट्र के प्रति समर्पण और ‘जय जवान, जय किसान’ का प्रतिष्ठित आह्वान आज भी पीढ़ियों को प्रेरित करता है. भारत की प्रगति के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता और चुनौतीपूर्ण समय के दौरान उनका नेतृत्व अनुकरणीय है. हम हमेशा एक मजबूत भारत के उनके दृष्टिकोण को साकार करने के लिए काम करते रहें.”
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के मौके पर राजधानी दिल्ली स्थित राजघाट पर विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के जयंती के मौके पर पुष्पाजंलि अर्पित की.
वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा, ‘राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की जयंती पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि, प्रदेश वासियों को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस की शुभकामनाएं. आइए इस पुनीत अवसर पर सत्य, अहिंसा, प्रेम और स्वच्छता के संस्कार को आत्मसात कर रामराज्य की संकल्पन के साथ देश और समाज के विकास में निरंतर अग्रसर रहने हेतु संकल्पित हों.