मुंबई : बाजार में भारी उठापटक के बीच सितंबर में रिटेल निवेशकों का दम म्यूचुअल फंड्स में देखने को मिला। भारत में म्यूचुअल फंड इन्वेस्टर्स की संख्या सितंबर महीने में 4 करोड़ को पार कर गई।
ये भी पढ़ें– 7th Pay Commission: नवरात्रि से पहले आई गुड न्यूज, कर्मचारियों का DA हुआ कंफर्म! मिलेगी 27,000 रुपये ज्यादा सैलरी
इसके साथ ही SIP निवेश रेकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। निवेशकों ने SIP के जरिए अगस्त में 15,814 करोड़ के मुकाबले सितंबर में 16,420 करोड़ रुपये म्यूचुअल फंड स्कीम्स में लगाए। ऐसा पहली बार हुआ है, जब SIP निवेश ने 16 हजार करोड़ का लेवल पार किया है। सितंबर में SIP AUM (असेट अंडर मैनेजमेंट) भी बढ़कर 8.70 लाख करोड़ हो गया। अगस्त में यह 8.47 करोड़ था। असोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, मंथली आधार पर SIP इनफ्लो करीब 4 फीसदी बढ़ा है।
एक्सपर्ट्स की मानें तो देश में कुल जितने पैन कार्ड होल्डर्स हैं, उनमें से 6.5 प्रतिशत लोग म्यूचुअल फंड में निवेश कर रहे हैं। स्मालकेस के फाउंडर किसलय उपाध्याय का कहना है, SIP मोमेंटम से पता चलता है कि निवेशक सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट की पावर समझ चुके हैं। AMFI के सीईओ ने कहा कि रेकॉर्ड हाई इंडेक्स लेवल के बीच बाजार में जोखिम-मुक्त सेंटिमेंट के बावजूद मजबूत इनफ्लो MF निवेशकों के बीच resilience को दिखाता है। Motilal Oswal AMC के चीफ बिजनेस ऑफिसर अखिल चतुर्वेदी ने कहा, ‘सितंबर के महीने में, इक्विटी मार्केट को 20,200 अंकों के ऑल टाइम हाई लेवल के बाद, रिस्क मुक्त सेंटिमेंट की ओर एक अहम बदलाव देखने को मिला।’
कहां कितना निवेश, कहां से निकले निवेशक
सितंबर महीने में इक्विटी फंडों में 14000 करोड़ रुपये के करीब निवेश हुआ। इस अवधि में डेट फंडों से 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की निकासी देखने को मिली है। स्मॉलकैप फंडों में अभी भी निवेश हो रहा है। निवेशक लार्जकैप फंडों से बचते नजर आ रहे हैं। एक्टिव इक्विटी स्कीम्स में नेट इनफ्लो मंथ-ऑन-मंथ(MoM) बेसिस पर 30 प्रतिशत गिरकर 14,090 करोड़ रुपये हो गया। इसका कारण आंशिक रूप से स्मॉलकैप और मिडकैप फंडों में मुनाफावसूली को माना जा सकता है। सितंबर में दोनों फंड कैटेगरीज से रिडेम्प्सन 42 प्रतिशत MoM बढ़कर 7,430 करोड़ रुपये हो गया।
46.58 लाख करोड़ रहा MF इंडस्ट्री का AUM
13.05 लाख करोड़ ओपन एंडेड डेट फंड
19.08 लाख करोड़ इक्विटी फंड्स
5.88 लाख करोड़ हाइब्रिड फंड्स
14,091.26 करोड़ का नेट इनफ्लो हुआ इक्विटी एमएफ में।
ये भी पढ़ें– IMF का भरोसा बढ़ा, ग्रोथ रेट का अनुमान बढ़ाया, कहां- 6.3% की दर से बढ़ेगी इंडियन इकोनॉमी
1.02 लाख करोड़ रुपये का आउटफ्लो हुआ Debt फंड्स से
किस फंड में कितना निवेश आया?3,146.85 करोड़- सेक्टोरल/थेमेटिक फंड :
2,678.47 करोड़ : स्मॉलकैप
2,234.52 करोड़ : मल्टीकैप
2,000.88 करोड़ : मिडकैप
1,353.51 करोड़ : फ्लैक्सी कैप
1,334.19 करोड़ : लार्ज एंड मिडकैप
1,291.02 करोड़ : वैल्यू/कोंट्रा
254.62 : डिविडेंड यील्ड
(AMFI डेटा)
यहां निकासी देखने को मिली141.15 करोड़ : ELSS
110.6 करोड़ : लार्ज कैप फंड
डेट कैटगरी में आउटफ्लो1,01,511.82 करोड़ : इनकम/डेट ओरिएंटेड स्कीम
74,176.55 करोड़ : लिक्विड फंड
डेट कैटगरी में इन्फलो
8,650.45 करोड़ : हाईब्रिड स्कीम
ये भी पढ़ें– India Economy: 2050 में इस शिखर पर रहेगा भारत, 900 फीसदी बढ़ेगी जीडीपी, इतनी हो जाएगी प्रति व्यक्ति आय
3,241.92 करोड़ : ईटीएफ
1,682.36 करोड़ : इंडेक्स फंड्स