Thyroid Gland Can Turned Cancer: थायराइड का बढ़ना और घटना कई लोगों में होता रहता है लेकिन जब गले में कुछ परिवर्तन दिखने लगे तो यह जानलेवा कैंसर के संकेत हो सकते हैं.
Symptoms of Thyroid Cancer: थायराइड से संबंधित बीमारियों अधिकांश लोगों को होते रहती हैं. जितने लोगों को थायराइड की बीमारी होती हैं, उनमें से अधिकांश लोगों को इससे कैंसर नहीं होता. यह बिनाइन की तरह रहता है यानी बिना शरीर के अंगों को नुकसान पहुंचाए इलाज होने पर ठीक हो जाता है. लेकिन 5 प्रतिशत मामलों में यह कैंसर में बदल जाता है. इसे थायराइड कैंसर कहते हैं. थायराइड कैंसर कई तरह के होते हैं. इनमें से थायराइड पेपिलरी कार्सिनोमा सबमें आम कैंसर है. इसके अलावा फॉलीकुलर कार्सिनोमा, मेडुलरी कार्सिनोमा, एनाप्लास्टिक कार्सिनोमा, लिंफोमा और कुछ अन्य तरह के थायराइड कैंसर होते हैं. निश्चित तौर पर 95 प्रतिशत थायराइड के मामलों में कैंसर नहीं होता है लेकिन इसके प्रति चौकन्ना रहना बहुत जरूरी है.
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थायराइड कैंसर के लक्षण
मायो क्लिनिक की खबर के मुताबिक थायराइड कैंसर का सबसे आम लक्षण गले में सूजन हो जाना है. यह गले में एक जगह या कई हो सकती है. यह गर्दन में पहले से कोई मस्सा या गांठ निकला है तो उसी में सूजन या स्वेलिंग हो जाता है. अगर इस स्वेलिंग के साथ मरीज के वजन में अचानक वृद्धि, भूख में कमी, पसीना कम आना और ठंड बहुत ज्यादा लगना जैसे लक्षण दिखें तो यह थायराइड कैंसर हो सकता है. इन सब संकेतों के अलावा हाई थायराइड के जो संकेत होते हैं, वह भी दिखेंगे. इसके अलावा जब किसी को बहुत दिनों से थायराइड की बीमारी हो तो अचानक एक दिन बढ़ सकता है और यह कैंसर में बदल सकता है. जब थायराइड कैंसर हो जाता है तब खाना निगलने में दिक्कत होती है. यहां तक कि सांस लेने में कठिनाई महसूस होती है. इसका कारण है कि गले में विंडपाइप में सूजन हो जाती है. आवाज में भी भारीपन आ जाता है.
थायराइड कैंसर के कारण
मैक्स अस्पताल, साकेत के हेड एंड नेक कैंसर सर्जन डॉ. अक्षत मलिक कहते हैं कि थायराइड कैंसर के कई कारण होते हैं. ज्यादातर कारणों में बचपन में रेडिएशन का ज्यादा एक्सपोजर जिम्मेदार होता है. वहीं इसके अलावा पारिवारिक इतिहास, जेनेटिक म्यूटेशन भी जिम्मेदार हो सकता है. बहुत ज्यादा दिनों तक थायराइड की समस्या भी इसके लिए जिम्मेदार होता है.
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थायराइड कैंसर का इलाज
थायराइड कैंसर का इलाज इस बात पर निर्भर करता है कि थायराइड में कितना घातक असर हुआ है. हालांकि मरीज की आयु, लिंग पर भी इसका इलाज निर्भर करता है. अगर ट्यूमर बहुत ज्यादा बड़ा नहीं है और नियंत्रण में है तो इसका इलाज हो जाता है. सर्जरी से इसे निकाल दिया जाता है. इसका सीधा सा मतलब यह है कि यदि आप समय पर डॉक्टर के पास पहुंच गए तो बहुत चांस का है इस बीमारी का इलाज हो जाए. देर करने पर बीमारी की गंभीरता बढ़ेगी और फिर इलाज भी मुश्किल होता जाएगा. इसलिए अगर थायराइड होता है तो हमेशा चौकन्ना रहें और नियमित रूप से डॉक्टर से सलाह लेते रहें.