अयोध्या में भगवान रामलला की 3 मूर्तियां बनी हैं, हर एक की लंबाई 51 इंच है. ये तीन मूर्तियां एक ही तरीके से बनाई गई हैं, मगर तीनों अलग-अलग कारीगरों द्वारा बनाई गई हैं. इनमें से ही भगवान राम के गर्भगृह के लिए एक मूर्ति का चयन करना है. यहां बताना जरूरी है कि 22 जनवरी को अयोध्या में भगरान राम के मंदिर का उद्घाटन होगा, वहीं रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी, जिसका मुहूर्त भी निकाला जा चुका है.
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नई दिल्ली: अयोध्या में नवनिर्मित भव्य राम मंदिर में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है, जिसकी तैयारियां जोरों पर हैं. भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 3 मूर्तियां तैयार की गई हैं और तीनों अलग-अलग कारीगरों द्वारा बनवाया गया है. अब सवाल उठता है कि आखिर रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए इन तीन मूर्तियों में से किसका चयन होगा. इसके लिए वोटिंग प्रक्रिया अपनाई जाएगी और कुछ मानक तय किए गए हैं, जिसके आधार पर भगवान रामलला की मूर्ति को फाइनल किया जाएगा. रामलला की मूर्ति फाइनल करने के लिए आज यानी 29 दिसंबर को श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की एक अहम बैठक है, जिसमें तय होगा कि रामलला की कौन सी मूर्ति गर्भगृह में लगाई जाए.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, भगवान रामलला की 3 मूर्तियां हैं, हर एक की लंबाई 51 इंच है. ये तीन मूर्तियां एक ही तरीके से बनाई गई हैं, मगर तीनों अलग-अलग कारीगरों द्वारा बनाई गई हैं. इनमें से ही भगवान राम के गर्भगृह के लिए रामलला की एक मूर्ति का चयन करना है. यहां बताना जरूरी है कि 22 जनवरी को अयोध्या में भगरान राम के मंदिर का उद्घाटन होगा, वहीं रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी, जिसका मुहूर्त भी निकाला जा चुका है.
कैसे होगा चयन
सूत्रों की मानें तो अलग-अलग मूर्तिकारों द्वारा बनाए गए तीनों डिजाइनों को मेज पर रखा जाएगा. जिस एक मूर्ति को सबसे ज्यादा वोट मिलेंगे, उसे 22 जनवरी को राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के समय स्थापित किया जाएगा. श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने जानकारी दी कि रामलला की मूर्ति 5 साल की उम्र वाली होगी.
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भगवान राम की पांच साल की उम्र को प्रतिबिंबित करने वाली राम लला की 51 इंच ऊंची मूर्ति को तीन डिजाइनों में से चुना जाएगा. उन्होंने कहा कि जिस मूर्ति में सबसे अच्छी दिव्यता होगी और जिसमें 5 साल के बच्चे की मासूमियत की झलक होगी, उसी मूर्ति का चयन किया जाएगा.
हो रही तैयारी
इस बीच श्री राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने गुरुवार को जिले के शीर्ष अधिकारी के साथ राम जन्मभूमि पथ और परिसर पर चल रहे निर्माण कार्य का जायजा लिया. गौरतलब है कि अयोध्या में 22 जनवरी को प्रस्तावित श्री राम जन्मभूमि मंदिर के भव्य प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के पहले पूरे क्षेत्र के कायाकल्प की प्रक्रिया जारी है. पहले 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावित अयोध्या दौरे से पूर्व श्री राम जन्मभूमि मंदिर को जोड़ने वाले सभी प्रमुख मार्गों पर रामायण काल के प्रमुख प्रसंगों का मनमोहक चित्रण कराने की दिशा में योगी सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों में तेजी लाई जा रही है.
कब है मुहूर्त
बता दें कि भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए शुभ मुहूर्त केवल 84 सेकेंड का होगा, जो 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकेंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकेंड तक होगा. भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का यह मुहूर्त पंडित गणेश्वर शास्त्री ने निकाला है.
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22 जनवरी 2024 को होने वाले इस कार्यक्रम में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य अतिथि होंगे. रामलला के मंदिर में विराजमान होने के बाद पीएम मोदी भगवान की सबसे पहली आरती उतारेंगे. इसके बाद मंदिर परिसर में बनी जटायु की प्रतिमा पर पुष्पांजलि करेंगे.