Board Exam Prepration Tips: एजुकेशन और टेक्नोलॉजी दोनों एक अटूट सा रिश्ता हैं. एजुकेशन में टेक्नोलॉजी का अच्छा खासा इस्तेमाल हो रहा है. चाहे वह फिर ऑनलाइन क्लास हो या फिर नोट्स बनाना.
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टेक्नोलॉजी ने घर बैठे ही सारी सुविधाएं उपलब्ध करा दी हैं. इसके साथ ही एडटेक स्टार्टप्स भी बढ़ रहे हैं. हमने पढ़ले के को फाउंडर प्रणय चौहान से बात की, कि कैसे टेक्नोलॉजी का सीबीएसई एग्जाम से लेकर स्टेट बोर्ड एग्जाम में इस्तेमाल किया जा सकता है.
कई स्टेट बोर्ड के एग्जाम शुरू हो गए हैं लेकिन अगर कुछ कन्फ्यूजन है या किसी टॉपिक को लेकर कोई समस्या है तो आप इंटरनेट से हेल्प लेकर पढ़ाई कर सकते हैं. आप वीडियो ट्यूटोरियल्स से अपने सटीक जवाब पा सकते हैं इसमें पढ़ले आपकी मदद कर सकता है. प्रणय ने बताया कि ज्यादातर एग्जाम्स में 20 फीसदी सिलेबस में से 80 फीसदी तक चीजें आ जाती है. इसलिए स्टूडेंट्स को पिछले ट्रेंड्स को देखते हुए उन टॉपिक्स पर ज्यादा फोकस करना चाहिए जिनसे ज्यादा सवाल आने की उम्मीद है.
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अगर आप 9वीं या 11 वीं क्लास के स्टूडेंट हैं तो आप एग्जाम से 3 महीने पहले क्रैश कोर्स भी कर सकते हैं ये आपकी तैयारी को सटीक बनाता है और आपको क्या पढ़ना चाहिए और किस पर कम फोकस करना चाहिए इसकी समझ डेवलप करने में मदद करता है. क्रैश कोर्स घर बैठे भी किए जा सकते है. टेक्नोलॉजी ने इतना तो कर ही दिया है कि कहीं भी रहें हमारी पढ़ाई लगातार चलती रहेगी. हम लाइव क्लासेज कर पाएंगे. अपने टॉपिक्स पर कई नजरिए से जवाब पा सकते हैं. पुराने पेपर चाहिए तो ऑनलाइन मिल जाते हैं. हम अपनी जरूरत के हिसाब से नोट्स और वीडियो डाउनलोड कर सकते हैं.
प्रणय कहते हैं, “हम यह सुनिश्चित करना चाहते थे कि स्टूडेंट बेहतर समझ के लिए उस भाषा में कॉन्सेप्ट को सीख रहे हैं जिसमें वे सहज हैं.” वह अपनी सफलता का क्रेडिट सही समय पर शुरुआत करने को देते हैं.
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महामारी के दौरान, स्टूडेंट्स आगे के रास्ते को लेकर कन्फ्यूज थे. जैसे-जैसे टीचर डिस्टेंस लर्निंग में ट्रांसफर होने के लिए नए सॉफ़्टवेयर से जूझ रहे थे, छात्र भी सीखने के नए फॉर्मेट में ढ़लने की कोशिश कर रहे थे.