किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के रविवार के रेल रोको आंदोलन को एसकेएम के पांच किसान संगठनों ने भी समर्थन दिया है. हालांकि ये संगठन हरियाणा पंजाब से सटे शंभू और खनोरी बॉर्डर पर ‘दिल्ली चलो’ विरोध का हिस्सा नहीं हैं.
Rail Roko Andolan: किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के आह्वान पर रविवार को किसान दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे के बीच पंजाब और हरियाणा में लगभग 70 स्थानों पर चार घंटे का रेल रोको आंदोलन करेंगे. एमएसपी की कानूनी गारंटी, पंजाब के 22 वर्षीय युवा शुभकरण सिंह के लिए न्याय सहित तमाम मांगो को लेकर रेल रोको प्रदर्शन किया जाएगा. किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि केंद्र सरकार को अब किसानों के महत्व का एहसास होगा और उनकी एकता भी दिखेगी. बतां दें कि 13 फरवरी से किसानों का दिल्ली चलो आंदोलन जारी है. इस बीच 21 फरवरी को पंजाब के शुभकरण सिंह को सिर में कथित तौर पर गोली लगने के कारण मौत हो गई थी.
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किसान नेताओं ने बताया है कि पंजाब में लगभग 50 जगहों पर रेल रोको अभियान चलाया जाएगा. किसानों के रेल रोको अभियान से दूसरे राज्यों की यात्रा करने वाले यात्रियों और उन लोगों पर भी असर पड़ने की आशंका है जो इंटरसिटी ट्रेनों से यात्रा करेंगे.बीकेयू उग्राहन के महासचिव सुखदेव सिंह कोकरीकलां ने कहा कि केएमएम और एसकेएम (गैर-राजनीतिक) के विरोध आह्वान को एसकेएम की पांच किसान यूनियनों ने भी समर्थन दिया है, जो शंभू और खनोरी बॉर्डर पर ‘दिल्ली चलो’ विरोध का हिस्सा नहीं हैं. एसकेएम समर्थित यूनियनें बीकेयू उगराहां, क्रांतिकारी किसान यूनियन, बीकेयू (मालवा), बीकेयू (दोआबा) और बीकेयू डकौंडा (धनेर) हैं.
इन जगहों पर होगा रेल रोको आंदोलन
किसान संगठनों ने उन जगहों की लिस्ट भी जारी की है जहां रेल रोको आंदोलन चलाया जाएगा. पंजाब में अमृतसर के देवीदासपुरा रेलवे स्टेशन पर, रैय्या, जहांगीर, पंढेर के अलावा मुख्य दिल्ली लाइन और अमृतसर के कुछ अन्य स्थानों, खडूर साहिब, तरनतारन, तरनतारन जिले के पट्टी, जबकि गुरदासपुर रेलवे स्टेशन पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा..
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गुरदासपुर में बटाला रेलवे स्टेशन, फतेहगढ़ चुरियन आदि; होशियारपुर में टांडा, होशियारपुर रेलवे स्टेशन जबकि जालंधर जिले में जालंधर छावनी, जालंधर सिटी, फिल्लौर, फगवाड़ा; पटियाला में शंभू रेलवे स्टेशन; मुल्लांपुर, समराला, जगराओं, लुधियाना में रायकोट, बस्ती तेनका वाली, मल्लांवाला, फिरोजपुर जिले में गुरु-हर-सहाय, फाजिल्का जिले में फाजिल्का रेलवे स्टेशन जबकि मुक्तसर जिले में मलौत रेलवे स्टेशन, संगरूर, मनसा और बरनाला रेलवे स्टेशन और कुछ स्थान बठिंडा जिले में भी, मोगा में डगरू, मोहाली रेलवे स्टेशन, फतेहगढ़ साहिब रेलवे स्टेशन, मलेरकोटला में मंडी अहमदगढ़ रेलवे और पठानकोट में दीनानगर रेलवे स्टेशन पर किसानों द्वारा रेल रोको अभियान चलाया जाएगा. किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) द्वारा इन राज्यों में करीब 35 जगहों पर रेल रोको आंदोलन चलाया जाएगा, जबकि बाकी को एसकेएम की अन्य पांच यूनियनों द्वारा अवरुद्ध किया जाएगा.
किसान मजदूर मोर्चा के को-ऑर्डिनेटर सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि रेल रोको आंदोलन के दौरान यात्रियों को होने वाली परेशानियों के बारे में हम समझ सकते हैं लेकिन इसकी घोषणा हमने 3 मार्च को ही कर दी थी. उन्होंने रेल यात्रियों से अपील की है कि वे इस दौरान स्टेशनों पर प्रतीक्षा करें या दोपहर से पहले या शाम 4 बजे के बाद अपनी यात्रा की योजना बनाएं. पंधेर ने कहा कि हमें दिल्ली की ओर मार्च करने की अनुमति नहीं दी गई लेकिन हम कम से कम दिल्ली जाने वाली रेलवे ट्रैक को अवरुद्ध कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि मेन लाइन्स के साथ-साथ इंटर सिटी लाइन्स भी अवरुद्ध रहेंगी.
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इन राज्यों में दिख सकता है असर
सरवन सिंह पंधेर ने कह कि हम केवल उन लाइनों को अवरुद्ध करेंगे जहां रेलवे स्टेशन या रेलवे क्रॉसिंग है ताकि कर्मचारियों को विरोध के बारे में पता चल सके और उन घंटों के दौरान उस ट्रैक पर कोई ट्रेन नहीं आएगी. आगे उन्होंने बताया कि हरियाणा, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडु, कर्नाटक, तेलंगाना, बिहार जैसे राज्यों में भी 20 से अधिक जगहों पर रेल रोको आंदोंलन होगा.
इससे पहले 15 फरवरी को बीकेयू डकौंडा (धनेर) और बीकेयू उग्राहन द्वारा पंजाब में 18 जगहों पर 4 घंटे के लिए रेल रोको आंदोलन चला था, जिसके कारण 33 ट्रेनें प्रभावित हुईं और चार ट्रेनें रद्द कर दी गईं. वहीं अंबाला और फिरोजपुर मंडल के मंडल रेल प्रबंधक यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि रविवार को कितनी ट्रेनें प्रभावित होंगी.