सोना
Gold Price Decline: सोने को सुरक्षित निवेश माना जाता है. ऐसे में किसी आपात स्थिति में यह निवेशकों के बहुत काम में आता है. मिडिल -ईस्ट में उपजे तनाव की वजह से सोने की कीमतों में जोरदार तेजी आते हुए देखी गई, लेकिन तनाव घटने से अब भावों में गिरावट शुरू हो गई है.
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Gold Prices Falling: दिल्ली के सर्राफा मार्केट में सोना 71,990 रुपये प्रति 10 ग्राम का रिकॉर्ड बनाने में कामयाब हो गया था, जो इसका ऑलटाइम हाई है. लेकिन मंगलवार, 23 अप्रैल से सोने की कीमतों में गिरावट शुरू हो गई. मध्य पूर्व में तनाव बढ़ने की आशंका कम होने से निवेशकों ने बीते हफ्ते प्रमुख अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों से पहले सोने में मुनाफावसूली की. समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, सोना हाजिर 0.3 फीसदी गिरकर 2,318.90 डॉलर प्रति औंस पर आ गया, जो 5 अप्रैल के बाद सबसे निचले स्तर पर था. 12 अप्रैल को बुलियन की मार्च से अप्रैल की रैली ने ग्लोबल लेवल पर इसे लगभग 400 डॉलर बढ़ाकर 2,431.29 डॉलर के ऑलटाइम हाई पर पहुंचा दिया था.
सोने की कीमतों में क्यों शुरू हुई गिरावट?
पिछले कुछ हफ्तों में सबसे भारी गोलाबारी में गाजा में इजरायली हमले तेज हो गए, लेकिन पिछले हफ्ते ईरान के यह कहने के बाद कि व्यापक इजरायली ड्रोन हमले के बाद जवाबी कार्रवाई करने की उसकी कोई योजना नहीं है. जिसकी वजह से संघर्ष पर विराम लगने की बातें की जाने लगीं.
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US से मिलने वाले संकेतों पर करीब से नजर
जानकारों का कहना है कि इसका मतलब है कि सोना, जिसे परंपरागत रूप से जोखिम से बचने के साधन के रूप में देखा जाता है, अपनी जमीन खो चुका है. बाजार अमेरिका से मिलने वाले संकेतों पर भी करीब से नजर रख रहा है, जहां मुद्रास्फीति के आंकड़ों और अमेरिकी फेडरल रिजर्व के बयानों से संकेत मिलता है कि जून में ब्याज दरों में कटौती नहीं की जा सकती है.
सितंबर में हो सकती है ब्याज दरों में कटौती
यूएस फेड अधिकारियों की हालिया टिप्पणियों से संकेत मिलता है कि दरों में कटौती की कोई जल्दबाजी नहीं है, जिससे ब्याज रहित भुगतान वाले सर्राफा की अपील कम हो गई है. व्यापारियों को अब उम्मीद है कि फेड की दर में पहली कटौती संभवत: सितंबर में होगी. अर्थव्यवस्था की सेहत और कटौती के समय के बारे में अधिक सुराग के लिए बाजार गुरुवार को आने वाले अमेरिकी जीडीपी डेटा और शुक्रवार को व्यक्तिगत उपभोग व्यय (पीसीई) प्रिंट पर नजर रखेगा.
येन के मुकाबले 34 साल के शिखर पर USD
जापानी येन के मुकाबले अमेरिकी डॉलर के 34 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बाद सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट आई, जबकि डॉलर सूचकांक पांच महीने के उच्चतम स्तर पर स्थिर रहा.
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खासकरके, फरवरी 2021 के बाद से सोने में सबसे बड़ी एक दिवसीय गिरावट दर्ज की गई, जो 2340 डॉलर प्रति ट्रॉय औंस से नीचे फिसल गई, जबकि चांदी की कीमतें हालिया मजबूत रैली के बाद 27.30 डॉलर प्रति ट्रॉय औंस से नीचे गिर गईं.