Veg vs Non-Veg : महंगाई का खेल भी अजब है. महंगी मानी जाने वाली नॉनवेज थाली सस्ती होती जा रही है और सब्जियों के बढ़ते दाम ने शाकाहारी थाली को महंगा का दिया है. अप्रैल के आंकड़े बताते हैं कि प्याज की कीमतों में तो 41 फीसदी की बढ़ोतरी हो गई है.
नई दिल्ली. देश में महंगाई अलग ही चाल चल रही है. वेज थाली खाना महंगा होता जा रहा तो नॉनवेज थाली सस्ती हो रही है. क्रिसिल मार्केट इंटेलिजेंस एंड एनालिसिस ने बुधवार को एक रिपोर्ट जारी कर इसकी जानकारी दी है. इसमें बताया है कि प्याज और टमाटर की बढ़ती कीमतों ने अप्रैल में शाकाहारी थाली की औसत लागत में लगभग 8 प्रतिशत बढ़ा दी है. ‘रोटी चावल दर’ नाम की इस रिपोर्ट में बताया है कि दूसरी ओर ब्रॉयलर (मुर्गे) की कीमत में गिरावट से मांसाहारी भोजन का दाम घट गया है.
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रोटी, सब्जियां (प्याज, टमाटर और आलू), चावल, दाल, दही और सलाद को शामिल करने वाली थाली की कीमत अप्रैल में बढ़कर 27.4 रुपये प्रति प्लेट हो गई, जो एक साल पहले की समान अवधि में 25.4 रुपये प्लेट थी. मार्च, 2024 के 27.3 रुपये की तुलना में भी यह अप्रैल में मामूली रूप से बढ़ गई है.
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सबसे ज्यादा महंगा हुआ प्याज
रिपोर्ट में शाकाहारी थाली की कीमत में कुल वृद्धि का कारण प्याज में 41 प्रतिशत, टमाटर में 40 प्रतिशत, आलू में 38 प्रतिशत, चावल में 14 प्रतिशत और दालों में 20 प्रतिशत की वृद्धि को बताया गया है. जीरा, मिर्च और वनस्पति तेल की कीमतों में क्रमशः 40 प्रतिशत, 31 प्रतिशत और 10 प्रतिशत की गिरावट आई है, जिससे थाली की लागत में और अधिक वृद्धि नहीं हुई.
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नॉन वेज थाली 56 की
नॉन-वेज थाली के मामले में, जिसमें सभी समान सामग्री शामिल होती है, लेकिन दाल की जगह चिकन होता है. इसका दाम अप्रैल में घटकर 56.3 रुपये रह गया, जबकि एक साल पहले यह 58.9 रुपये था. मार्च, 2024 के 54.9 रुपये प्रति थाली की कीमत की तुलना में यह अधिक है. रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्रॉयलर की कीमत में 12 प्रतिशत की गिरावट, जिसका कुल कीमत में 50 प्रतिशत भार होता है, सालाना आधार पर नॉन-वेज थाली की लागत में कमी आने का मुख्य कारण था. मार्च की तुलना में नॉन-वेज थाली की कीमत में तीन प्रतिशत की वृद्धि हुई है.