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Nirjala Ekadashi 2024: कब है निर्जला एकादशी? ये एक व्रत करने से मिलता है हजारों गाय दान करने समान फल

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Apara Ekadashi 2024: ज्‍येष्‍ठ माह शुरू हो चुका है और इसकी दोनों एकादशी – अपरा एकादशी व निर्जला एकादशी का विशेष महत्‍व है. ये एकादशी व्रत करने से हजारों गायों का दान करने जितना फल मिलता है. 

Ekadashi 2024 June: हिंदू धर्म में एकादशी तिथि को भगवान विष्‍णु को समर्पित किया गया है. एकादशी के दिन व्रत रखा जाता है, भगवान विष्‍णु और माता लक्ष्‍मी की पूजा की जाती है. इनमें से कुछ एकादशी को विशेष दर्जा दिया गया है. ज्‍येष्‍ठ महीने की दोनों एकादशी इसमें शामिल हैं. 24 मई से शुरू हुए ज्‍येष्‍ठ मास की पहली एकादशी अपरा एकादशी 2 जून 2024 को है. वहीं दूसरी एकादशी निर्जला एकादशी 18 जून 2024 को है. ये दोनों एकादशी व्रत करना ना केवल सुख-समृद्धि मिलती है, बल्कि हजारों गायों का दान करने जितना फल भी मिलता है.  

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भीषण गर्मी में रखा जाता है निर्जला व्रत 

ज्‍येष्‍ठ मास के कृष्‍ण पक्ष की एकादशी को अपरा एकादशी कहते हैं और ज्‍येष्‍ठ मास के शुक्‍ल पक्ष की एकादशी तिथि को निर्जला एकादशी कहते हैं. ज्‍येष्‍ठ मास की भीषण गर्मी में निर्जला व्रत रखना बहुत कठिन होता है. यही वजह है कि यह व्रत करने से भगवान विष्‍णु बहुत प्रसन्‍न होते हैं. यही वजह है कि ज्येष्ठ की भीषण गर्मी के बीच एकादशी व्रत करना हजारों गायों के दान के बराबर फल प्रदान करता है. 

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साथ ही यह निर्जला एकादशी का व्रत करने से सालभर की एकादशियों का व्रत करने जितना पुण्य प्राप्त होता है. ऐसे जातक को मोक्ष मिलता है. हालांकि ये एकादशी सबसे कठिन भी है क्योंकि इसमें अन्न के साथ-साथ जल का भी त्याग करना पड़ता है. इसके अलावा एकादशी व्रत का पूरा फल तभी मिलता है, जब जातक अपने विचारों पर भी नियंत्रण रख पाए. यानी कि उसके मन में काम, क्रोध, लोभ आदि के कुविचार नहीं आने चाहिए. 

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अपरा एकादशी का महत्व

इसी तरह अपरा एकादशी का भी बहुत महत्‍व है. अपरा एकादशी व्रत करने से तीनों पुष्करों में स्नान करने से या कार्तिक माह में स्नान करने से अथवा गंगाजी के तट पर पितरों को पिण्डदान करने जितना फल प्राप्त होता है. वहीं अपरा एकादशी का व्रत सारे काम सिद्ध कराने वाला, गरीबी दूर करके अपार धन, ऐश्वर्य और कीर्ति देने वाला है. इस साल अपरा एकादशी व्रत 2 जून को रखा जाएगा. पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ माह की एकादशी तिथि की शुरुआत 2 जून, 2024 सुबह 05 बजकर 04 मिनट पर शुरू होगी, जो अगले दिन 3 जून, 2024 मध्य रात्रि 02 बजकर 41 मिनट पर समाप्‍त होगी. उदया तिथि के अनुसार अपरा एकादशी 2 जून को मनाई जाएगी.

(Dislaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. )

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