उत्तर प्रदेश के लोकसभा चुनावों में भाजपा का बड़ा झटका लगा है. भाजपा की उम्मीदों पर पानी फिरता दिखाई दे रहा है. रुझानों में सपा को बड़ा फायदा मिलता दिख रहा है. जानकारों का मानना है कि अखिलेश का पीडीए फॉर्मूला काम कर गया.
Uttar Pradesh Lok Sabha Chunav Results: उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनावों की मतगणना जारी है. लेकिन रुझानों में भाजपा का बड़ा झटका लगा है और समाजवादी पार्टी को काफी अधिक फायदा मिलता देखा जा रहा है. चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, समाजवादी पार्टी की सीटों में बड़ा इजाफा देखा जा रहा है. रुझानों में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन को 42 सीटों पर मिलती दिख रही हैं और भाजपा को 38 सीटों पर बढ़त देखी जा रही है.
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सपा-कांग्रेस की रणनीति आई काम
चुनाव की घोषणा होने पर सूबे में ऐसा लग रहा था जैसे भाजपा का किसी के साथ कोई मुकाबला नहीं है, लेकिन अखिलेश यादव और राहुल गांधी ने मिलकर गणनीति बनाई. इस रणनीति के सहारे दोनों नेता आगे बढ़े. हालांकि भाजपा ने इसकी पुरजोर आलोचना की. भाजपा की तरफ से लगातार इसके आरोप लगाए गए कि इसके पलहे भी विधानसभा चुनाव में उन दोनों लड़कों का साथ राज्य की जनता देख चुकी है. लेकिन अखिलेश यादव अपने धुन में पूरे विश्वास के साथ लगे रहे.
चल गया अखिलेश का PDA फॉर्मूला
अखिलेश यादव ने अबकी बार इस तरह से टिकट का बंटवारा किए जिसमें सभी जातियों का ध्यान रखा गया. अखिलेश यादव की लोकप्रियता काफी अधिक बढ़ गई. अखिलेश यादव ने पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यकों का पूरा खयाल रखा और मुस्लिम मतदाताओं का भरोसा जीतने में कामयाब हो गए कि भाजपा का विकल्प इंडिया ही दे सकता है. जिसकी वजह से मुस्लिम वोटों का बंटवारा होने से बच गया.
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बसपा का वोट ट्रांसफर
पिछले कई चुनावों में यह ट्रेंड देखा गया कि बसपा का वोट भाजपा के पास चला जाता था, लेकिन अबकी बार कांग्रेस और सपा ने संविधान बचाने के लिए जो प्रचार किया उसमें वो काफी कामयाब हो गए. आरक्षण का मुद्दा काम कर गया. भाजपा के कई नेता इस बार यह कहते हुए सुने गए कि संविधान बदलने के लिए 400 पार जरूरी है. भाजपा का यह नारा बैक फायर कर गया.